जिला प्रधान का पद चाहने वालों को अभी करना पड़ेगा इंतजार, पुरानी सूची पर होगा पुनर्विचार, छोटी कमेटी करेगी अंतिम फैसला ईश्वर धामु चंडीगढ़। भाजपा का जिला प्रधान बनने की आश लगाए बैठे नेताओं को स्वतंत्रता दिवस पर कोई तोहफा मिलता नजर नहीं आ रहा है। स्वतंत्रता दिवस का आनंद अभी पुरानी जिला प्रधान ही उठायेंगे। क्योकि अभी भाजपा जिला प्रधानों के नामों का ऐलान नहीं कर रही है। कारण बताया जा रहा है कि पहले से बनी सूची का नए प्रदेश प्रधान ओम प्रकाश धनखड़ अवलोकन नहीं कर पाएं हैं। जब जिला प्रधानों के नाम तय किए गए थे तो उस समय सुभाष बराला प्रदेश प्रधान थे। उस समय जो नाम सूचीबद्ध किए गए थे, वें बराला की कार्य प्रणाली को लेकर तय किए गए थे। परन्तु जिला प्रधानों की सूची के बाद प्रदेश प्रधान बदलने की तैयारी शुरू हो गई। कारण कि सुभाष बराला का कार्यकाल समाप्त हो चुका था। फिर कार्यकाल लम्बा खींच जाने पर पार्टी पर शीध्र प्रदेश प्रधान बनाने का दबाव आने लगा था। इस बार प्रदेश प्रधान के मनोनयन में पार्टी आलाकमान ने समय भी अधिक लिया। क्योकि आलाकमान के सामने जाट और गैर-जाट के अलावा बरोदा उप-चुनाव जीतने का भी यक्ष प्रश्र था। ऐसे में पार्टी आलाकमान प्रदेश प्रधान का नाम एकमत से तय नहीं कर पा रही थी। अंतत: जाट नेता ओम प्रकाश धनखड़ को प्रदेश की कमान सौंप दी गई। इस तरह जिला प्रधानों के नामों की घोषणा भी आगे सरकती चली गई। भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि अभी प्रदेश प्रधान धनखड़ के पास जिला प्रधानों केे नाम फाइनल करने का समय ही नहीं है। उन्होने चंडीगढ़ में बीते कल रविवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात तो की थी। परन्तु इस बारे चर्चा नहीं हुई बताई गई है। बताया जा रहा है कि जल्द ही धनखड़ जिला प्रधानों के पूर्व में फाइनल की गए नामों की फाइल मंगवायेंगे। इसके बाद एक छोटी कमेटी की बैठक कर उसमें नामों पर चर्चा की जायेगी। इस बैठक में नामों पर विचार के बाद ही मुख्यमंत्री से चर्चा की जायेगी। वैसे भी अब नए प्रदेश प्रधान अपने विश्वसनीय लोगों को ही आगे लेकर आयेंगे, जो संगठन के कामों में उनसे कदमताल कर सके। कोई भी संगठन चलाने के लिए संगठन मुखिया को समझने वाले ही पदाधिकारियों की जरूरत होती है। इसलिए ओम प्रकाश धनखड़ भी ऐसे विश्वसनीय लोगों को जिला स्तरीय संगठन में लेकर आयेंगे, जो उनकी नीतियों को आगे बढ़ा सके। यह भी बताया गया है कि अभी तक जिला प्रधान पद के लिए जो नाम फाइनल हो चुके हैं, उनको बदला भी जा सकता है। चर्चाकारों का कहना है कि जो नाम धनखड़ समर्थक नहीं गिने जाते, उनको नई सूची में नहीं लिया जायेगा। प्रदेश प्रधान ओम प्रकाश धनखड़ अभी त्योहार को लेकर परिवार में व्यस्त है और वे दो दिन बाद अपना काम प्रारम्भ करेंगे। तो ऐसे में समझा जाता है कि जिला प्रधानों के नामों की घोषणा 16 अगस्त के बाद ही हो सकने के आसार नजर आ रहे हैं। बताया यह भी गया है कि इस बीच प्रदेश पदधिकारियों के नामों का ऐलान हो सकता है। Post navigation रोड़वेज कर्मचारियों ने प्रदेश के डिपूओं में विरोध प्रदर्शन किया। चंद्रमोहन ने श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन समारोह पर देश के लोगों को दी बधाई