रमेश गोयत  

चंडीगढ़। प्राइवेट अस्पतालों व लैब में कोरोना के इलाज से सम्बंधित फीस व अन्य सुविधाओं की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दी है। वकीलों, शिक्षाविदों, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के समूह सबका मंगल हो नामक संस्था ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से 48 घंटे के अन्दर जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की थी। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान आपातकाल में अस्पतालों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित तमाम सरकारी हिदायतों को सार्वजनिक  किए जाने के मुद्दे को बहुत सारी मिड़िया द्वारा प्रमुखता से उठाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सबका मंगल हो संस्था के पत्र पर कार्रवाई करते हुए प्राइवेट लैब वह प्राइवेट अस्पतालों को इलाज व फीस से सम्बंधित सभी हिदायतों की जानकारी दो अगस्त को वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दी है।  

दरअसल अलग अलग शहरों से कोरोना संदिग्ध मरीजों का प्राइवेट अस्पतालों द्वारा इलाज करने से इनकार करने की खबरों को ध्यान में रखते हुए हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के वकीलों, शिक्षाविदों, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के समूह सबका मंगल हो नामक संस्था ने 31 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व स्वास्थ्य सेवाओं के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर आपातकाल में अस्पतालों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से सम्बंधित तमाम सरकारी हिदायतों को 48 घंटे के अन्दर सार्वजनिक करने की मांग की थी। संस्था के चेयरमैन एडवोकेट प्रदीप रापडिया जो केन्द्रीय सूचना आयोग के सलाहकार भी रह चुके हैं ने पत्र में कहा था कि आपातकाल में अस्पतालों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से सम्बंधित तमाम सरकारी हिदायतों की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत लोगों के बिना मांगे ही स्वास्थ्य विभाग को वेबसाइट व पोस्टरों आदि के माध्यम से सार्वजनिक करने का प्रावधान है। हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभागे की वेबसाइट Dddhahlhshta: // dddhdhm 4 dddtddddgdadhydlhd.htdb.dbt /द्धह्लह्लश्च://द्धड्डह्म्4ड्डठ्ठड्डद्धद्गड्डद्यह्लद्ध.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ/ पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का खर्च लेने की समय सीमा इस प्रकार है।

उपरोक्त खर्च में सभी प्रकार की सुविधाओं जैसे कि दवाइयों, मास्क, पीपीकिट, लैब, डॉक्टर की विजिट आदि के तमाम खर्च शामिल हैं। अगर कोई इन आदेशों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ आई.पी.सी. की धरा 188 के तहत एफ.आईदर्ज होगी। कोई भी प्राइवेट लैब टेस्ट के लिए 2400 रूपए से अधिक चार्ज नहीं करेगी और सभी लैब को टेस्ट की रेट को डिस्प्ले करना होगा सभी उपायुक्तों को भी आदेश दिए गए हैं कि वह सरकारी दायित्वों को जनता तक पहुंचाएंगे। सबका मंगल हो के संयोजÞक डॉक्टर मनोज शर्मा व चेयरमैन प्रदीप रापडिया ने जनहित के मुद्दे पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज व सम्बंधित अधिकारियों का धन्यवाद किया है।

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