केंद्र के तीनों अध्यादेश कोरोना महामारी से भी खतरनाक
अध्यादेशों के लागू होने से किसान समुदाय होगा खत्म

चंडीगढ़, 31 जुलाई। केंद्र के तीनों अध्यादेशों के खिलाफ अगस्त माह में संसद व विधान सभा के सत्र शुरू होंने पूर्व प्रदेश के सभी लोकसभा व राज्यसभा के सांसदो तथा विपक्षी पार्टियों के नेताओं के घरों के आगे भारतीय किसान यूनियन के तत्वाधान में किसान पंचायत आयोजित की जाएगी। इस दौरान एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किए जाएगा। प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि केंद्र के तीनों अध्यादेश कोरोना महामारी से भी खतरनाक है। कोरोना महामारी से जैसे तैसे उभर जाएगें। लेकिन इन अध्यादेशों के लागू हो जाने से तो किसान समुदाय खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों के हित लिए काम करना चाहती है तो सरकार को तुरंत किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए समर्थन मूल्य पर फसल खरीद गारंटी कानून बनाना चाहिए। जिसमें फसल भूगतान की गारंटी कोभी शामिल किया जाए।

भाकियू की ओर से अगस्त किसान क्रांती के नाम से शुरू किए गए किसान आंदोलन की जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 2 अगस्त को कुरूक्षेत्र के सांसद नायब सेनी तथा हिसार के सांसद बिजेंद्र सिंह, 9 अगस्त को करनाल के सांसद संजय भाटिया के पानीपत आवास पर, 16 अगस्त को अंबाला के सांसद रतनलाल कटारिया व सिरसा की सांसद सुनिता दुग्गल, 23 अगस्त को सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक व भिवानी के सांसद धर्मबीर सिंह, 30 अगस्त को गुडगांव के सांसद राव इंद्रजीत सिंह तथा फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गु’जर के आवास पर किसान पंचायत को आयोजन करके ज्ञापन सौंपे जाएगें। आगामी 4 सितम्बर को रोहतक के सांसद डा. अरविंद शर्मा राज्यसभा के सांसद दिपेंद्र हुडडा तथा विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुडडा को भी ज्ञापन सौपा जाएगा। इन प्रदर्शनों की अगुवाई राष्टÑीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला व प्रदेशाध्यक्ष रतनमान करेगें।

अगर अध्यादेश किसान हितैषी है तो मुख्यमंत्री बुलाए सर्वदलीय बैठक

प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तीनों अध्यादेशों की स्थिति को स्पष्ट करने हेतू 15 अगस्त से पूर्व प्रदेश की सभी विपक्षी दलों के नेताओं व कृषि विषशेज्ञों ओर प्रदेश सभी किसान संगठनों की सांझी बैठक बुला कर विशेष चर्चा करवाएं। चर्चा के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। इसके साथ ही अध्यादेशों के प्रति पनप रहे रोष समाप्त होंने के साथ साथ किसानों का भ्रम भी दूर हो जाएगा।

4 को रोहतक में होगी प्रदेश स्तरीय किसान महापंचायत

अगर सरकार ने इन तीनों अध्यादेशों को जल्द वापिस नही लिया गया तो इसके विरोध आगामी 4 सितम्बर को रोहतक की नई अनाज मंडी में प्रदेश स्तरीय किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। जिसमें किसान आंदोलन के अगले चरण की घोषणा की जाएगी। रोहतक किसान महापंचायत के आयोजन से पूर्व भाकियू नेताओं के प्रति कही से पैसा लेने के बारे में लगाए गए आरोप के संबंध में कृषिमंत्री जेपी दलाल अपने रूख को स्प्ष्ट करे। वरना किसानों के विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।

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