-सीएम सचिवालीय में भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ठ गठित करना भूली सरकार. -चौकसी ब्याूरो को प्राप्त 2963 शिकायतों पर एक भी एफआईआर दर्ज नहीं

चंडीगढ़, भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस के दावों के बावजूद सीएम ऑफिस में हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ठ गठित नहीं हुआ। सीएम मनोहरलाल खट्टर ने आठ महीने पहले अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस ( 9 दिसम्बर) पर पंचकूला में भव्य कार्यक्रम में इसके गठन की जोरशोर से घोषणा की थी। इस घोषणा के शुरूआती 38 दिन में स्टेट विजिलेंस ब्यूरो को भ्रष्टाचार की प्राप्त 2963 शिकायतों पर एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई।

आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर ने बताया कि 9 दिसम्बर को सीएम मनोहरलाल खट्टर ने हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ठ को सीएम सचिवालय में गठित करने की घोषणा की थी। समाचार पत्रों में बड़े-बड़े विज्ञापन देकर सरकार ने इसे भ्रष्टाचार मुक्त हरियाणा की ओर बढ़ते कदम बताया था। दावा था कि किसी भी नागरिक द्वारा ऑडियो या वीडियो प्रमाण सहित भेजी गई हर शिकायत पर तुरन्त प्रकोष्ठ जांच करेगा। शिकायतकर्ता की जानकारी को पूर्णत: गुप्त रखा जाएगा। शिकायत सही पाए जाने पर शिकायतकर्ता को उसकी इच्छानुसार किसी सार्वजनिक स्थल पर या उसके घर पर पुरूस्कृत एवं सम्मानित किया जाएगा। इतना ही नहीं भ्रष्टाचार के विरूद्ध शिकायतों के लिए हैल्प लाईन नम्बर, टोल फ्री नम्बर, ईमेल आईडी, मोबाइल नम्बर व सीएम टिवट्र की जानकारी दी गई थी।

आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर ने बताय ाकि 12 दिसम्बर 2019 को उन्होंने सीएम सचिवालय में आरटीआई आवेदन लगाकर सीएम ऑफिस में हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ठ के गठन के नोटिफिकेशन की कॉपी, प्राप्त सभी शिकायतों व इनकी स्टेटस रिपोर्ट मांगी। इसके जवाब में मुख्य सचिव (चौकसी) कार्यालय के जनसूचना अधिकारी राकेश शर्मा ने 18 मार्च 2020 के पत्र द्वारा व 7 जुलाई को राज्य सूचना आयोग में सुनवाई के दौरान स्वीकार किया है कि सीएम सचिवालय में अभी तक भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ठ गठित नहीं हुआ। इसके गठन का कार्य अभी विचाराधीन है।

राज्य चौकसी ब्यूरो (मुख्यालय) के डीएसपी एवं जनसूचना अधिकारी ने अपने 16 फरवरी 2020 के पत्र द्वारा बताया कि 9 दिसम्बर 2019 से 15 जनवरी 2020 तक स्टेट विजिलेंस ब्यूरो को भ्रष्टाचार की कुल 2963 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। परन्तु इनमें से किसी पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई। वाटसअप नम्बर 94178-91064 पर 2508, टॉल फ्री नम्बर 1800-180-2022 पर 300 व ईमेल से 155 शिकायतों सहित कुल 2963 प्राप्त हुई। इनमें से प्राप्त 2729 शिकायतें/संदेश राज्य चौकसी ब्यूरो के संबंधित ना होने पर सम्बंधित विभागों के मुख्य सर्तकता अधिकारियों को भेज दिए गए। राज्य चौकसी ब्यूरो से सम्बंधित 79 शिकायतों पर कारवाई अभी प्रक्रियागत है।

सत्कार संगठन के लेखाधिकारी एवं जनसूचना अधिकारी ने अपने 17 जनवरी के पत्र द्वारा बताया कि 9 दिसम्बर को पंचकूला में अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस कार्यक्रम में कुल 3,67,941 रूपये खर्च हुए। इसमें जलपान पर 2,82,631 व टैंट आदि पर 85,310 रूपये खर्च हुए।

कपूर ने कहा कि सीएम द्वारा समारोह पूर्वक जोरशोर से घोषण करने के बावजूद भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ठ का गठन ना करना भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस के उनके दावों पर गंभीर सवाल है। स्पष्ट है कि सरकार भ्रष्टाचार पर रोकथाम के प्रति गंभीर नहीं है।

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