विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर जागरूकता एवं जांच सेमिनार.
हेपेटाइटिस-सी से ग्रस्त मरीज उपचार से ठीक हो सकते है

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 स्थानीय समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फर्रूखनगर परिसर में मंगलवार को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर एक दिवसीय जागरूकता एवं स्वास्थ्य जांच सेमिनार का आयोजन किया गया ।  इस मौके पर सीएमओ डा. अरूणा सांगवान ने बताया कि  हेपेटाइटिस मुक्त भविष्य बनाने के लिए सरकार के द्वारा हेपेटाइटिरा की जांच , परीक्षण , एचयू इलाज एवं टीकाकरण सभी जिला नागरिक हस्पतालों एवं पीजीआई, रोहतक में मुफ्त उपलव्य है ।

उन्होने बताया कि  हरियाणा राज्य वर्ष 2030 तक हेपेटाइटिस – सी को पूर्ण रूप से खत्म करने एवं हेपेटाइटिस – बी की रोकथाम एवं मृत्यु दर कम करने के लिए प्रतिबद्ध है । हेपेटाइटिस से बचाव के तरीके के लिए जागरूकता अभियान जारी है ।  हेपेटाइटिस बीमारी के जोखिम में है ? दूषित भोजन एवम पानी के सेवन से , हेपेटाइटिस -ए और ई ( पीलीया ) हो सकता है । हाथों को अच्छे से धोए । अच्छे से पका भोजन खाएं तथा पानी उबाल कर पीयें । हेपेटाइटिस बिमारी का उपचार एंवम रोकथाम के लिए हेपेटाइटिस – बी का टीकाकरण , उपचार तथा हेपेटाइटिस – सी का उपचार संभव है । यदि हेपेटाइटिस का इलाज नहीं किया तो लीवर कैंसर हो सकता है ।  हेपेटाइटिस – सी से ग्रस्त मरीजों में से अधिकतर मरीज उपचार लेकर ठीक हो सकते हैं । रक्त तथा रक्त उत्पादों का उपयोग केवल लाइसेंस प्राप्त रक्त बैंक से करें ।

उन्होने बताया कि असुरक्षित इज्जेक्शन एंव विकित्सा प्रक्रिया के प्रयोग से हेपेटाइटिस – बी और सी हो सकता है । सुंई तथा रेजर ब्लेड इत्यादि सांझा न करें । असुरक्षित यौन सम्बन्ध से हेपेटाइटिस – बी और सी हो सकता है । सुरक्षित यौन सम्बन्ध सुनिश्चित करें तथा कंडोम का उपयोग करें । उन्होने अपील करते हुए कहा कि  हम सभी हेपेटाइटिस को जाने एवं हेपेटाइटिस मुक्त हरियाणा के लिये संकल्प लें । गर्भवती महिला से बच्चे में हेपेटाइटिस – बी का संक्रमण हो सकता है । बच्चे का जन्म होने उपरान्त तुरत हेपेटाइटिस – बी का टीका लगवाएं ।  इस मौके पर कैम्प में  डॉ.कनिका ,डॉ. राजपाल नैन, डॉ. अजितेश, डॉ. मोहित गुलिया, राजेन्द्र एच आई, धर्मवीर एच आई,  कंवरपाल एल टी , दीपिका ए एन एम ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई.

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