कोच और किराया वही, पैसेंजर्स का आधा घंटा बचेगा.
सोमवार को सायं करीब पांच बजे पटौदी से गुजरी

फतह सिंह उजाला

पटौदी। गुरुग्राम होते हुए दिल्ली से अजमेर इलेक्ट्रिक इंजन के साथ ट्रेन सोमवार को रवाना हुई। मंगलवार को अधिकारिक रूप से अजमेर से  ट्रेन की रवानगी होगी। अब दिल्ली-गुरुग्राम-अजमेर के बीच 30 मिनट की होगी । उत्तर रेलवे और पश्चिम रेलवे के बीच में रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है । रेलवे के द्वारा पारंपरिक डीजल इंजन को बदल कर इलेक्ट्रिक इंजन के द्वारा विभिन्न रूटों पर ट्रेन चलाने की प्रक्रिया तेजी से जारी है।

इसी कड़ी में अजमेर-रेवाड़ी-पटौदी-गुरुग्राम-दिल्ली छावनी और दिल्ली सराय रोहिला का महत्वपूर्ण रेल रूट भी शामिल है । रेलवे सूत्रों के मुताबिक यह पूरा रूट उत्तर रेलवे और पश्चिम रेलवे का सांझा रूट है। सोमवार को सायं संभवत गुरुग्राम होते हुए दिल्ली से अजमेर तक इलेक्ट्रिक इंजन के साथ पहली ट्रेन रवाना की गई । सूत्रों के मुताबिक इस ट्रेन का नंबर 02066 बताया गया है । यही ट्रेन अजमेर दिल्ली सराय रोहिल्ला जनशताब्दी के नाम से 28 जुलाई मंगलवार को अजमेर से अधिकारिक रूप से रवाना होगी। सोमवार को करीब सायं 5 बजे के लगभग जब यह ट्रेन पटौदी रेलवे स्टेशन से होते हुए गुजरी , तो ट्रेन को देखने के लिए काफी जिज्ञासु लोग और ऐसे यात्री भी मौजूद रहे जोकि चाह कर भी विभिन्न ट्रेनों का पटौदी स्टेशन पर ठहराव नहीं होने के कारण सफर नहीं कर पा रहे हैं ।

सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को अजमेर-दिल्ली सराय रोहिल्ला जनशताब्दी अजमेर से तड़के प्रातः 5. 40 पर रवाना होगी और 11. 35 पर इसका दिल्ली पहुंचने का समय है । रेलवे से ही जुड़े सूत्रों के मुताबिक अजमेर से दिल्ली के बीच में रेलवे ट्रैक का पूरी तरह इलेक्ट्रिफिकेशन किया जाने के बाद अब इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन के संचालन में औसतन 30 मिनट तक का समय कम लगेगा । इससे इस रूट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को समय बचत का सीधा लाभ भी मिलेगा । वहीं सूत्रों का कहना है कि डीजल इंजन पैसेंजर ट्रेनों की औसतन स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है । रेल ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन होने के बाद यह स्पीड औसतन बढ़कर 65 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है ।  वही बात एक्सप्रेस ट्रेनों की की जाए तो डीजल इंजन से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है ।

इलेक्ट्रिफिकेशन होने के बाद इसका सबसे बड़ा फायदा यात्रियों को यह होगा कि इलेक्ट्रिक इंजन के साथ जब ट्रेन इलेक्ट्रिक रेल ट्रैक पर दौड़ेगी तो इसकी स्पीड औसतन 105 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है । ऐसे में यात्रियों का समय बचना तय है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक देश भर में जितना भी रेल ट्रैक है , उसका करीब आधा इलेक्ट्रिफिकेशन किया जा चुका है । अब रेलवे की योजना यही है कि जहां-जहां, जिस-जिस रूट पर रेल ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा हो चुका है । उन सभी रूटों पर डीजल इंजन के स्थान पर इलेक्ट्रिक इंजन से ही ट्रेनों को चलाया जाए । ट्रेन संख्या 02065 अजमेर दिल्ली सराय रोहिला जनशताब्दी एक्सप्रेस, रींगस , फुलेरा , रेवाड़ी , गुरुग्राम , दिल्ली छावनी होते हुए दिल्ली सराय रोला के बीच में आवागमन करेगी।

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