भिवानी/मुकेश वत्स
हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी सोमवार को स्थानीय लोक निर्माण विश्राम गृह में पहुंची और उन्होंने महिलाओं की प्रताडऩा से संबंधित मामलों की सुनवाई की। मामलों की सुनवाई के दौरान श्रीमती बेदी ने कहा कि हरियाणा राज्य महिला आयोग पीडि़त महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए वचनबद्ध है। महिलाओं को उनके अधिकार उनको मिलने चाहिए। अगर कोई महिला पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है तो वे महिला आयोग के समक्ष अपनी समस्या रख सकती है।
उन्होंने कहा कि महिला आयोग का ये प्रयास है कि महिलाओं को उनके घर-द्वार पर ही न्याय मिले। इसके लिए आयोग द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आयोग पास जो शिकायतें आती हैं, उन पर तत्परता से कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि आयोग का प्रयास है कि आयोग के पंचकुला मुख्यालय तक महिलाओं को न जाना पड़े। इसी लिए आयोग द्वारा जिला व उपमंडल स्तर पर महिलाओं की समस्याओं को सुना जाता है। उन्होंने कहा कि अपहरण, बलात्कार व अन्य उत्पीडऩ की घटनाओं से बचने के लिए महिलाओं को भी सचेत व सावधान रहने की आवश्यकता है। यदि किसी महिला के साथ किसी प्रकार की नाइंसाफी होती है तो महिला को अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा महिलाओं की समस्याओं की निवारण करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इस दौरान जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति चरखी दादरी की सदस्य ओमधारा, कांता श्योराण, थाना सदर प्रभारी श्रीभगवान, एसआई रविंद्र कुमार, महिला सैल की एएसआई बिमला, दुर्गा शक्ति से राजकलां, मीनू व कविता मौजूद रहीं।