हाथों में लिए थे तिरंगा मुंह पर लगाएं मास्क. चीनी सामान का करें बहिष्कार स्वदेशी से प्यार फतह सिंह उजालापटौदी । बाल मन तो बाल मन ही होता है , बाल मन क्या कब ठान ले यह बाल मन ही जानता है। बाल मन की थाह को लेना और पढ़ना संभव ही नहीं है। कोरोना कोविड-19 महामारी को के लिए चीन को सीधे-सीधे दोषी ठहराते हुए नन्हे बच्चों ने चीन विरोधी नारे लगाते हुए गली गली में घूम कर विरोध प्रदर्शन किया । लॉकडाउन में बंद स्कूलों के कारण अक्सर घरों में ही कैद रहने वाले बच्चे अपने आप को नहीं रोक सके और कोरोना कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस महामारी के लिए चीन को दोषी ठहराते हुए और अब चीन को सबक सिखाने के उद्देश्य से बच्चों ने ठान लिया। ठाना ही नहीं चीन के खिलाफ गली-गली में मोर्चा भी निकाला । यह रोचक मामला है, पटौदी हलके के हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र का। शनिवार को दिन ढ़लने से पहले नन्हे बच्चे शोभित, वरुण, अनुराग, जतिन , ईशान, सुशांत , अरुण , लवली , मोहित और भी बच्चों की टोली की जुबान पर एक ही बात थी कि इस बार चीन के सामान या चाइनीस आइटम का पूरी तरह से बहिष्कार करना है । चीन के खिलाफ मोर्चा निकालने के दौरान नन्हे बच्चों ने कोरोना कोविड-19 के बचाव का भी अपने ही अंदाज में संदेश दिया । सभी बच्चे अपने-अपने चेहरों पर मास्क लगाए हुए थे । जब यह बच्चों की टोली गली-गली घूमती हुई चीन के खिलाफ नारे लगाते हुए निकली तो आम जनमानस का ध्यान इन्हीं बच्चों की तरफ आकर्षित हुआ । बच्चों ने अपने संदेश में साफ-साफ का की चीन कोरोना कोविड-19 को फैलाकर अब बॉर्डर पर भारतीय सेना को उकसा रहा है और हमारे बहुत से सैनिक चीनी सेना के साथ लोहा लेते हुए शहीद भी हो गए । चीन को अब आर्थिक चोट पहुंचाने का समय आ चुका है , नन्हे बच्चों ने अपने संदेश में कहा कि भारत में इस समय तीज त्यौहार का समय आरंभ हो चुका है और हम सभी को इस बात का खास तौर से ध्यान रखना होगा कि चीन में बनी हुई किसी भी चीज वस्तु सजावट की चीज या अन्य सामान की खरीदारी नहीं करनी है । सबसे पहला त्यौहार अब राखी का ही सिर पर आ चुका है , बच्चों ने अपने संदेश में कहा कि सबसे अधिक बड़़ी और गहरी चोट हम सब मिलकर राखी के त्यौहार पर ही चीन को दे सकते हैं। भारत में ही बनी , अपने आसपास बनी राखी को ही खरीद कर भाई-बहन चीन को अपने ही अंदाज में सबसे पहले चोट मारे । बच्चों ने कहा कि चीन का सामान खरीदना बंद कर देंगे तो चीन की हिम्मत टूट जाएगी । वही हमारा अपना देश का पैसा देश में रहेगा और वही पैसा हमारी सेना के रक्षा के सामान को खरीदने में काम आएगा जिससे हम सभी सुरक्षित रह सकेगी। Post navigation स्वास्थ्य विभाग की फूली सांसे दो कोरोना कोविड 19 पाॅजिटिव युवक फरार, तलाश जारी हादसे में एक मरा और तीन गंभीर घायल