हरियाणा कांग्रेस के नेताओ में भी कहि राजस्थान की तरह बगावती चिंगारी तो नही सुलग रही हैं बंटी शर्मा सुनारिया देशभर में आजकल कांग्रेस पार्टी पर कुछ शनि की साढेसती चलती हुई नजर आ रही हैं इसके उदाहरण कर्नाटक मध्य प्रदेश राजस्थान के बाद हरियाणा में बड़े बड़े नेताओं द्वारा दी गई प्रतिक्रिया हैं कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस के बुजुर्गों को कुर्सी खाली करने का सन्देश भेज कर जता दिया है कि अगर उनकी इसी तरह अपेक्षा होती रही तो वो भी कांग्रेस से दोबारा बगावत करने में देर नहीं करेंगे। कुछ दिन पहले ट्वीटर पर कुलदीप ने सिंधिया एंव सचिन पायलट के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट करते हुए सिंधिया को राज्यसभा की शपथ लेने पर बधाई दी थी। ये फोटो कुलदीप ने जान बूझ कर डाली जिससे कांग्रेस के बूढे नेताओ को संदेश मिल जाये कि मध्यप्रदेश एंव राजस्थान के बाद हरियाणा में भी बगावत हो सकती है। इस फ़ोटो के बाद सोशल मीडिया में चर्चाएं चलने लग गई कि शायद कुलदीप बिश्नोई भी कांग्रेस को अलविदा कह देंगे।कल फिर उन्होंने एक वीडियो डाली जिसमे उन्होंने अपने आप को कांग्रेस का सिपाही बताया। लेकिन अपनी अनदेखी पर उन्होंने कांग्रेस के बूढे नेताओं को खरा खरा सन्देश भी दे दिया। उन्होंने अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मोती लाल वोरा जैसे नेताओं पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अब कुर्सी का लालच छोड़ देना चाहिए। कुलदीप बिश्नोई ने जब अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय किया था तब राहुल गांधी ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि वो उन्हें सम्मानजनक पद देंगे। लेकिन कुलदीप का इंतजार काफी लंबा हो चुका है। अब राहुल गांधी खुद अध्यक्ष नहीं रहे तो वो उन्हें क्या देंगे ? कुल मिला कर कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस चला रहे नेताओ को सन्देश दे दिया है कि अगर जल्द ही उन्हें कोई सम्मानजनक पदवी नहीं दी जाती तो वो भी दोबारा कांग्रेस को अलविदा कह देंगे। उन्होंने हरियाणा के बड़े बड़े कांग्रेस नेताओं को भी करारा जवाब दे दिया कि उनके नेता राहुल प्रियंका है और कोई नहीं हैं और अगर कांग्रेस पार्टी में उनकी बात नही सुनी गई तो वो कठोर फैसला ले सकते हैं Post navigation सात आईएएस अधिकारी को सुपर टाईम स्केल पर पदोन्नत हरियाणा सरकार सरकारी स्कूलों को खोलने के पक्ष में