विधायक और एसडीएम कों तीन जुलाई को दी शिकायत.
जवाबदेही पालिका सचिव की, चेयरमैन ने भरोसा दे टरकाया.
15 दिन का दिया समय हुआ समाप्त अभी भी समाधान नहीं

फतह सिंह उजाला

पटौदी । जुलाई माह के पहले सप्ताह में पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता के द्वारा जन समस्याओं की सुनवाई और समाधान के लिए मार्केट कमेटी कार्यालय परिसर में खुला दरबार लगाया गया था । इस दरबार में विशेष रूप से पटौदी के एसडीएम राजेश कुमार प्रजापत भी मौजूद रहे। वहीं अन्य संबंधित विभागों हेलीमंडी पालिका, बिजली निगम, पीडब्ल्यूडी , जलापूर्ति एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था जिससे कि संबंधित शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द समय बद्ध तरीके से कराया जा सके ।

इसी मौके पर पटौदी के एसडीएम राजेश प्रजापत के द्वारा अधिकारियों की हील-हवाली को देखते हुए स्पष्ट चेतावनी दी गई थी की यदि संबंधित विभाग के अधिकारी अपने अधीन आने वाली शिकायतों- समस्याओं का समय बद्ध समाधान नहीं करेंगे तो सीआरपीसी की धारा 133 से लेकर 145 तक उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।  3 जुलाई के बाद अब 21 जुलाई आ चुकी है । खुले दरबार में जितनी भी शिकायतें पहुंची थी , उनके समाधान के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को 15 दिन तक का ही समय दिया गया था, लेकिन दिया गया समय समाप्त हो चुका है और समस्याएं वही की वही अड़ी और खड़़ी हुई है ।

जवाबदेही भी नगरपालिका सचिव की ही   

अब लाख टके का सवाल यह है कि क्या लापरवाह अथवा समस्याओं का समाधान करने में नाकाम रहे संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 133 के तहत तहरीर दर्ज कराई जाएगी ? मामला हेलीमंडी नगर पालिका के वार्ड 2और 6 की सांझा गली का है । इस गली का निर्माण नहीं होने से यहां के निवासी परेशान हैं, गली का निर्माण नहीं हो रहा, बेतरतीब तरीके से सीवर के ढक्कन दूर से ही दिखाई देते हैं।  रात के अंधेरे में कोई भी हादसा हो सकता है । अपनी इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए साथ ही फिर से याद दिलाने के लिए वार्ड 2 और 6 से सांझा गली के बाबूलाल, ओम प्रकाश ,सुंदर सैनी, पंकज शर्मा, नानकराम, रामशरण इत्यादि हेलीमंडी पालिका कार्यालय पहुंचे । स्थानीय निवासियों का साफ-साफ कहना है कि खुले दरबार में समस्याओं के समाधान की जिम्मेदारी नगर पालिका हेलीमंडी के सचिव को सौंपी गई थी और इसकी जवाबदेही भी नगरपालिका सचिव की ही बनती है ।

 पटौदी के एसडीएम के आदेश इतने बौने  

लेकिन स्थानीय निवासियों को हैरानी उस समय हुई जब हेलीमंडी पालिका के चेयरमैन ने कम से कम आगामी 3 माह तक उनकी इस समस्या के समाधान होने का झुनझुना थमा दिया । स्थानीय निवासियों में इस बात को लेकर रोष है कि क्या पटौदी के विधायक , पटौदी के एसडीएम के आदेश इतने बौने हो गए हैं कि समय बद्ध तरीके से काम करने के निर्देश दिए जाने के बाद  संबंधित अधिकारी तो पर्दे के पीछे चले गए और पालिका चेयरमैन को ढाल बनाकर के समस्याओं के समाधान के नाम पर फिर से झुनझुना थमा दिया गया है । इन दिनों बरसात का समय चल रहा है ,बरसात में हालात यह हैं कि गली के अंदर इस कदर पानी भर जाता है कि बच्चों , महिलाओं , बुजुर्गों का जरूरी काम से बाहर आना सामान खरीदने के लिए निकलना दूभर हो चुका है । जलभराव के कारण गली में खड्डे बने हुए हैं,  लोगों का तो यहां तक आरोप है कि गली ही नहीं गली के साथ जो मुख्य सड़क मार्ग है जिसे कि रामपुर रोड कहते हैं वहां पर भी पानी लबालब भरा रहता है । अक्सर बुजुर्ग लोग दिन ढले जब कभी अचानक बिजली गुल हो जाए तो कीचड़ ,पानी भरे खड्ंडों में गिरकर हादसों का भी शिकार हो रहे हैं ।

आश्वासन का झुनझुना पकड़े स्थानीय नागरिक  

नागरिकों के मुताबिक उनकी समझ में यह बात अभी तक नहीं आई है कि लॉकडाउन के बावजूद वार्ड नंबर 6 में गली का जो हिस्सा आता था वह तो बना दिया गया लेकिन कथित रूप से जानबूझकर वार्ड नंबर 2 में गली का जो हिस्सा है उसकी पूरी तरीके से अनदेखी कर दी गई है । इस संदर्भ में स्थानीय निवासी 26 जून को भी नगरपालिका हेलीमंडी प्रशासन को पहले से ही शिकायत दे चुके हैं और समस्या का समाधान नहीं होने पर ही 3 जुलाई को विधायक सत्यप्रकाश जरावता के खुले दरबार में पटौदी के एसडीएम की मौजूदगी में एक बार फिर से नागरिकों के द्वारा अपनी इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए अनुरोध किया गया था । अब देखना यह है कि नागरिकों की इस गंभीर समस्या का समाधान खासतौर से मानसून और बरसात के समय जो कि एक प्रकार से बरसाती बीमारियां और सीजनल बीमारियों का समय होता है, जल्द हो पाएगा या फिर वही आश्वासन का झुनझुना पकड़े स्थानीय नागरिक परेशान होते रहेंगे।

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