भिवानी/मुकेश वत्स

 समीपी गांव बड़ेसरा के बलजीत हत्याकांड में प्रमुख गवाह 82 वर्षीय सूबे सिंह की गोलियां मारकर हत्या करने के मामले में सीआईए स्टाफ पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से अवैध पिस्तौल व कारतूस भी बरामद किए हैं।

उल्लेखनीय होगा कि 15 जुलाई को सुबह तकरीबन सवा छह बजे के आसपास गांव बड़ेसरा में एक कार में सवार होकर आए पांच नौजवान युवकों ने सूबे सिंह नामक व्यक्ति पर गोलियां चला दी। इसमें सूबे सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना को अंजाम देकर हत्यारे वहां से फरार हो गए थे।

घटना की सूचना मिलते ही बवानीखेड़ा थाना प्रभारी जयसिंह व डीएसपी वीरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे।  पुलिस द्वारा मृतक सूबे सिंह के पोते मोहित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत अभियोग थाना बवानी खेड़ा में पंजीबद्ध किया गया था।

पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया द्वारा हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया गया। सीआईए स्टाफ के निरीक्षक योगेश हुड्डा के नेतृत्व वाली टीम ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

 पुलिस ने इस सम्बंध में गांव टिटोली जिला रोहतक से अमन पुत्र आनंद, गांव बड़ेसरा, खाड़ी मौहल्ला निवासी सूरज पुत्र श्रीकृष्ण को नजफगढ़, आरोपी मनदीप पुत्र राजेंद्र निवासी दादरी गेट को एक नौ एमएम की पिस्तौल व दो जिंदा कारतूस के साथ नजफगढ़ से, दादरी गेट निवासी सुमित पुत्र रणधीर को एक अवैध पिस्तौल 32 बोर व छह कारतूस के साथ तथा गांव हरिपुर निवासी वीरेंद्र उर्फ बाक्सर पुत्र दयानंद को नजफगढ़ से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने वीरेंद्र से भी एक अवैध पिस्तौल व दो कारतूस बरामद किए हैं।

गांव बड़ेसरा निवासी मृतक सूबे सिंह की हत्या का प्रमुख कारण आरोपी आनंद उर्फ बबलू व मृतक बलजीत पुत्र सूबे सिंह के परिवारों की पुरानी आपसी रंजिश है। वहीं मृतक सूबे सिंह बलजीत हत्याकांड का प्रमुख गवाह था। जिसको लेकर सूबे सिंह की कोर्ट में गवाही होनी थी। जो गवाही न देने के लिए सूबे सिंह की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। डीएसपी विरेन्द्र सिंह ने बताया कि सूरज के खिलाफ रोहतक, दिल्ली, हिसार व भिवानी में गाड़ी छिनने, चोरी व शस्त्र अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज हैं। जबकि वीरेंद्र पर जिला जेल भिवानी में लड़ाई झगड़ा करने, बवानीखेड़ा थाना क्षेत्र के तहत लड़ाई झगड़े के दो केस, सब्जी मंडी में व्यापारी से पैसे छिनने का मामला औद्योगिक थाना क्षेत्र में दर्ज है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि सूबे सिंह की हत्या करने के बाद महम में एक गाड़ी छिनने का मामला भी महम पुलिस थाना में दर्ज है। पुलिस उप अधिक्षक ने बताया कि गांव बड़ेसरा निवासी मृत्तक सूबे सिंह की हत्या का प्रमुख कारण आरोपी आनंद उर्फ बबलू व मृतक बलजीत पुत्र सूबे सिंह के परिवारों की पुरानी आपसी रंजिश है। वहीं मृतक सूबे सिंह बलजीत हत्याकांड का प्रमुख गवाह था। जिसको लेकर  सूबे सिंह की कोर्ट में गवाही होनी थी। जो गवाही न देने के लिए सूबे सिंह की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। उन्होनें बताया कि जांच इकाई द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी उपरोक्त पांच आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

error: Content is protected !!