रोहतक के चिड़ी गांव में सरपंच रामकिशन वाल्मीकि की हत्या पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दी कड़ी प्रतिक्रिया, कहा
·  हरियाणा में आम आदमी ही नहीं पुलिस और जनप्रतिनिधियों को भी निशाना बना रहे हैं अपराधी- हुड्डा . ·          सरपंच की हत्या की हो निष्पक्ष जांच, अपराधियों को कड़ी सज़ा दिलवाए सरकार- हुड्डा.·          सरपंच के परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दे सरकार- हुड्डा.·           अपराधियों के सिवाए मौजूदा सरकार से ख़ुश नहीं है कोई भी वर्ग- हुड्डा.·          उचित जांच व कार्रवाई को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की रोहतक SP और हरियाणा DGP से बात

17 जुलाई, चंडीगढ़ः हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक के चिड़ी गांव में हुई सरपंच की हत्या पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। हुड्डा का कहना है कि बीजेपी सरकार के दौरान हरियाणा में क़ानून व्यवस्था का दिवाला निकल चुका है।

रोहतक, सोनीपत, झज्जर, भिवानी, जींद समेत पूरे हरियाणा से हर रोज हत्या, लूट, डकैती और चोरी की ख़बरें आती हैं। ऐसा लग रहा है कि हरियाणा में जंगलराज चल रहा है। अपराधियों के सिवाए मौजूदा सरकार से कोई वर्ग ख़ुश नहीं है।

अपराधी प्रवृत्ति के लोग आम आदमी ही नहीं पुलिस और जनप्रतिनिधियों को भी निशाना बना रहे हैं। आज लोग न घर के बाहर सुरक्षित हैं और न ही अपने घरों में। चिड़ी गांव में सरपंच बालकिशन वाल्मीकि की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पूर्व मुख्यमंत्री ने मामले में जल्द और कड़ी कार्रवाई के लिए रोहतक एसपी और हरियाणा डीजीपी से फोन पर बात की। साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से रामकिशन वाल्मीकि के परिवार को उचित मुआवजा देने और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वो सरपंच बालकिशन की हत्या से बहुत आहत हैं और परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट करते हैं। दु:ख की इस घड़ी में वो परिवार के साथ खड़े हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बदहाल क़ानून व्यवस्था को लेकर हम सरकार को लगातार आगाह कर रहे हैं। लेकिन सरकार जागने का नाम नहीं ले रही है। 24 घंटे के भीतर अकेले रोहतक में 2 हत्याएं हो चुकी हैं। चिड़ी गांव में सरपंच के अलावा गिझी गांव में भी एक युवक की हत्या कर दी गई। अपराधों का ये सिलसिला पिछले कई साल से जारी है। रोज़ हरियाणा में 3 से 4 हत्याएं होती हैं।

 नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी साल 2018 के आंकड़े बताते हैं कि हरियाणा में रोज़ 3 से 4 हत्याओं के साथ रोज़ 4 रेप, 1 गैंगरेप और 14 अपहरण के केस सामने आते हैं। रोज़ 50 वाहनों की चोरी होती है और 54 चोरी, लूट, डकैती व ज़बरन वसूली की वारदातें अंजाम दी जाती हैं। हैरानी की बात है कि कोरोना काल में भी ये सिलसिला नहीं रुका, जब पूरा प्रदेश एक तरह से पुलिस स्टेट में बदल चुका है। हर जगह नाकाबंदी और पुलिस की गश्त होती है। फिर भी अपराधी अपने मंसूबों को अंजाम देने में कामयाब हो रहे हैं। ये वारदातें प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवालिया निशान लगाती हैं।

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