हांसी ,16 जुलाई । मनमोहन शर्मा सेवा से मुक्त किए गए पी टी आई अध्यापकों का क्रमिक अनशन जिला मुख्यालय पर अग्रोहा ब्लाक के प्रधान पीटीआई राय सिंह के नेतृत्व में जारी रहा। आज पीटीआई अध्यापकों का क्रमिक अनशन 32 वें में दिन में प्रवेश कर गया लेकिन सरकार को इन अध्यापकों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है आज अनशन पर श्री राय सिंह लीलू राम जयबीर सिंह और संत लाल जी बैठे हैं क्रमिक अनशन पर बैठे ।हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के प्रधान ने कहा कि सरकार पीटीआई अध्यापकों को घटिया राजनीति का शिकार बना रही है। सरकार ने इन 1983 पीटीआई अध्यापकों को माननीय सर्वोच्च न्यायालय का आदेश बता कर सेवा से हटा दिया है जबकि 1983 पी टी आई अध्यापकों को किसी भी तरह से दोषी नहीं पाया गया है। अतः सरकार को इन 1983पी टी आई अध्यापकों के साथ मानवियता के आधार पर इनकी आजीविका रूपी नौकरी को बहाल करने का प्रयास करना चाहिए। आज अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य नेता श्री सूबे सिंह बुरा ने हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के धरने को समर्थन देते हुए कहा कि सरकार का काम नौकरी देना होता है न कि किसी की नौकरी छीनना सरकार को हरियाणा प्रदेश के खेल स्तर में 2010 के बाद 1983 पीटीआई अध्यापकों के योगदान को ध्यान में रखते हुए इन अध्यापकों की सेवाओं को तुरंत प्रभाव से बहाल करना चाहिए।यह सरकार का दायित्व बनता है।अतः अखिल भारतीय किसान सभा सरकार से यह मांग करती है की 1983 पीटीआई अध्यापकों की तुरंत सेवाएं बहाल की जाए ।अगर सरकार समय रहते इन 1983 अध्यापकों की पूर्ण सेवा बहाली नहीं करती है तो अखिल भारतीय किसान सभा पूरे प्रदेश में जन आंदोलन चलाएगी और इस आंदोलन की संपूर्ण जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी । आज के धरने पर हरियाणा कर्मचारी महासंघ, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ, हरियाणा सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन, हरियाणा राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ, हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन, हरियाणा ड्राइंग टीचर एसोसिएशन, हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन, हरियाणा रोडवेज एसोसिएशन, हरियाणा पात्र अध्यापक संघ, व अनेक सामाजिक संगठन और पंचायतों ने धरने को पूर्ण समर्थन दिया । Post navigation हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय स्थित एग्री बिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर से प्रशिक्षण लेकर दर्जनों उद्यमी सफलतापूर्वक चला रहे अपने स्टार्टअप्स बरोदा उपचुनाव में काग्रेस प्रत्याशी हजारों वोटो से जितेगा : डाक्टर कुलदीप वत्स