फर्रुखनगर का हाल अधिकारियों को नहीं रहा सीआरपीसी 133 का भी डर

शिकायतों पर अधिकारियों द्वारा अमल नहीं, लोगों में रोष.
लेकिन अधिकारी तो अपनी ही मस्ती में मस्त

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 फर्रुखनगर शहर में कार्यरत कर्मचारी व अधिकारी एसडीएम पटौदी के आदेश को भी दर किनार करके यह साबित करने में जुटे हुए है। एसडीएम उनके अंर्तगत आते है। पटौदी के एसडीएम राजेश कुमार प्रजापत पहले ही विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सीआरपीसी 133 से 145 के तहत कार्यवाही किया जाने की चेतावनी दे चुके हैं।

लेकिन अधिकारी तो अपनी ही मस्ती में मस्त रह कर अपनी मर्जी और सहुलियत के मुताबिक काम निपटाने में भरोसा रखे हुए है। जिसके चलते लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि एसडीएम के दौरे के बाद भी फर्रुखनगर की गलियों में सीवरेज के उंचे उठे हुए ढक्कन समतल नहीं किए गए और सफाई व्यवस्था के नाम भी मात्र दिखावा किया जा रहा है। अनाज मंडी फर्रुखनगर में लगे गंदगी के ढेर इस बात के साक्षी है। शिकायतों पर अधिकारियों द्वारा अमल नहीं करने से लोगों में रोष व्याप्त है।

नगरपालिका पार्षद मुरारी लाल सैनी, सुभाष चंद, धर्मपाल, रोहताश, बिटटू कुमार आदि ने बताया कि फर्रुखनगर शहर में सीवरेज लाइन बिछाने के दौरान जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग द्वारा मेनहाल पर लगाए गए ढक्कन नगरपालिका द्वारा गलियों में बनाई गई टाईलों की सड़क से उंचे है। जो ने केवल गलियों से गुजरने वालों को ठोकर लग कर चोटिल बना रही है वहीं गुजरने वाले वाहन भी दुर्घटना ग्रस्त हो रहे है। सिवरेज के मेन हाल के ढक्कनों को समतल करने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को शिकायत देकर थक चुके थे। एसडीएम पटौदी राजेश प्रजापति द्वारा एक पखवाडे पहले फर्रुखनगर दौरे के दौरान शिकायत की थी और मौका भी दिखाया था। उन्होंने आश्वासन भी दिया था कि जल्द समाधान हो जाएगा। समाधान तो दूर विभाग के एसडीओ, जेई ने मौके पर भी आना उचित नहीं समझा। इससे प्रतीत होता है कि एसडीएम पटौदी से वह बडे है। यही हालत फर्रुखनगर शहर व सब्जी मंडी की वहां भी सफाई व्यवस्था दुरुर्स्थ नहीं होने के कारण बदबू मारती है। किसी बीमारी के फैलने का अंदेशा बना रहता है।

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