-अड़ियल रेलवे का लगाया आरोप
-शहर के लोगों ने बताया राजनीतिक ड्रामा

अशोक कुमार कौशिक

नारनौल। नगर परिषद नारनौल कार्यालय में बैठक के दौरान कार्यकारी अधिकारी द्वारा पार्षदों की बातों को अनसुना करने पर नाराजगी जताने के लिए विभिन्न वार्डों के पार्षद और उनके प्रतिनिधि आज नगर पार्षद परिषद कार्यालय में धरने पर बैठ गए। कार्यकारी अधिकारी के अड़ियल रवैये के खिलाफ उन्होंने नारेबाजी कर अपना रोष जताया। वही शहर के लोगों ने चुनाव निकट होने के कारण पार्षदों द्वारा इस धरने को राजनीतिक ड्रामा बताया है।

धरने पर बैठे पार्षद कपिल यादव, मोहनलाल शर्मा, कृष्ण यादव, दिनेश कुमार, हरीश कुमार, पार्षद पति टेकचंद, पार्षद पति धूप सिंह, पार्षद पति राजेंद्र सिंह आदि  कहना है कि बुधवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे नपा प्रधान कार्यालय में शहर की समस्याओं के समाधान के लिए कर्मचारियों व पार्षदों की एक बैठक हुई । इसमें वे भी शामिल थे। इस दौरान जब कुछ सरकारी योजनाओं के बारे में नप कार्यकारी अधिकारी से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने पार्षदों के सवालों के जवाब देने से मना कर दिया। पार्षदों के अनुसार कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि वे पार्षदों के सवालों का जवाब देना मुनासिब नहीं समझते। उन्होंने अपने सवालों के जवाब नप चेयरपर्सन से लेने की बात कही। ईओ से सवाल जवाब करने पर उन्होंने किसी बैठक में जाने की बात कही।

इस  बात को लेकर पार्षदों में नाराजगी घर कर गई और वे नप कार्यकारी अधिकारी के अड़ियल रवैये को लेकर नगर परिषद प्रांगण में धरना देकर बैठ गए। धरने पर बैठे पार्षदों ने कहा कि जब तक कार्यकारी अधिकारी अपने अड़ियल रवैये में सुधार नहीं लाते तब तक उनका धरना जारी रहेगा। बात दें कि नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी डाॅ. विजय पाल ने गत सप्ताह ही रेवाड़ी के साथ नारनौल अतिरिक्त कार्यभार संभाला है।

इधर पार्षदों के आज के धरने को लेकर शहर के अनेक लोगों ने इसे राजनीतिक ड्रामा बताया है। लोगों का कहना है कि चार साल से यह लोग कुम्भकर्णी नींद में सो रहे थे। इनको पहले विकास का ध्यान क्यों नही आया? अब जब चुनाव निकट है तब यह लोग जनता को भरमाने के लिए नौटंकी कर रहे है

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