बिजली मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को दिए किसान को मुआवजा देने के निर्देश रमेश गोयत चंडीगढ़ – करनाल जिले के झींडा गांव में बिजली के तार टूटने से करंट लगकर किसान सूरत सिंह की पांच भैंसों की मौत हो गई और तीन पशु गंभीर अवस्था में झुलस गए, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हुई। इस वायरल खबर पर संज्ञान लेते हुए ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए मामले की जांच कर किसान को विभागीय तौर पर उचित मुआवजा दिए जाने के निर्देश जारी किए हैं। झींडा गांव के किसान सूरत सिंह ने बताया कि रविवार को पशुओं के बाड़े में बिजली के तार टूट कर गिर गए थे। उस वक्त किसान सूरत सिंह की 12 भैंसे बाड़े में बंधी हुई थी और बिजली के तार टूटने से करंट लगने पर पांच भैंसों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य पशु बुरे तरीके से झुलस गए। किसान सूरत सिंह ने बताया कि मामले को लेकर अधिकारियों को जानकारी दे दी गई थी जिसके बाद भैंसों का पशु चिकित्सक के द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया है। “असन्ध क्षेत्र के झींडा गांव में बिजली की लाइन के नीचे बने बाड़े में तार टूटकर करंट लगने से कुछ पशुओ की मौत का समाचार हमें मिला है। इस मामले में ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह से हमें आवश्यक कार्रवाई करते हुए किसान को मुआवजा जारी किए जाने वाले निर्देश प्राप्त हुए हैं जिस पर कार्यवाही करते हुए संबंधित उपमंडल अधिकारी को मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम करवा कर रिपोर्ट मांगी गई है। विभाग के नियमानुसार कीमत का आकलन कर किसान को मुआवजा दिया जाएगा।” – गगन पांडे, एक्सईएन असन्ध “किसान के लिए फसल की तरह पशु भी अपनी संतान की तरह से होते हैं और करंट लगने से मेरी भैंसों की मौत से मैं बहुत ज्यादा सदमे में हूं। बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह जी की तरफ से मुझे फोन कर सांत्वना दी गई है और भरोसा दिलाया गया है कि जल्द ही कागजी कार्यवाही पूरी कर उचित मुआवजा दिलवाया जाएगा जिसके लिए मैं मंत्री जी का आभार प्रकट करता हूं” – सूरत सिंह, किसान “किसान अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर खेती और पशुपालन करता है। यही किसान की जमा पूंजी होती है। सोशल मीडिया से मुझे किसान सूरत सिंह की भैंसों की करंट से मौत का समाचार मिला, जिस पर संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द किसान को मुआवजा जारी करने के निर्देश जारी किए गए हैं।” Post navigation इंटक जनरल हाउस की बैठक में लंबित मांगों को पूरा करने की उठी जोरदार मांग: अनूप सहरावत अगर आप खेती-बाड़ी करते हैं तो सावधान हो जाइए। इस दुश्मन का अगला पड़ाव आपका खेत भी हो सकता है।