चंडीगढ़, 9 जुलाई। प्रदेश में गांवों को लाल डोरा मुक्त करने की योजना को जल्द सिरे चढ़ाने को लेकर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को 30 अगस्त तक 100 गांवों को लाल डोरा मुक्त करने का लक्ष्य दिया है। डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि वे निर्धारित समय में इस काम को हर हाल में पूरा करें।  उन्होंने बताया कि अभी तक 80 गांवों में सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा ड्रोन से सर्वे पूरा किया जा चुका है और राज्य सरकार प्रदेश के सभी गांवों को लाल डोरा से मुक्त करना चाहती है ताकि लोगों को कानूनी रूप से आबादी देह में उनकी जमीन का मालिकाना हक मिल सके।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि करनाल जिला का गांव सिरसी हरियाणा का पहला लाल डोरा मुक्त गांव बना है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार के इस कदम की केंद्र सरकार ने भी सराहना की है। उन्होंने कहा कि अब चरणबद्ध तरीके से पूरे राज्य के गांवों को लाल डोरा से आजादी दिलाने के लिए तेजी से ड्रोन सर्वे कर मैपिंग का कार्य किया जा रहा है। डिप्टी सीएम ने बताया कि 6 जून 2020 तक राज्य के 468 गांवों में चूना-मार्किंग की जा चुकी है और इन गांवों में जल्द ही सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा ड्रोन सर्वे किया जाएगा।

डिप्टी सीएम ने कहा कि लाल डोरा अंग्रेजों के जमाने की पुरानी प्रथा है और अब नया युग आधुनिक तकनीक का है इसलिए पुरानी प्रथा को राज्य सरकार खत्म कर रही है जोकि आज की जरूरत है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लाल डोरा मुक्त होने पर गांवों में रहने वाले लोग अपने मकान की रजिस्ट्री करवा सकेंगे और वे कानूनी रूप से अपने मकान के मलिक बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह अपने मकान को बेच सकेगा और खरीदने वाले को भी रजिस्ट्री करवानी होगी। यही नहीं मकान मालिक अपने मकान पर लोन भी ले सकेगा।

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