पचकूला। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने केन्द्र सरकार के प्रियंका गांधी के लोदी एस्टेट में सरकारी आवास को खाली करने के आदेश को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह फैसला राजनैतिक प्रतिशोध की भावना से लिया गया है। इससे  भारतीय जनता पार्टी का असली चेहरा देश की जनता के सामने उजागर हो गया है। चन्द्र मोहन ने कहा कि राजनीति का अर्थ अपने नीजि स्वार्थ साधना नहीं है, अपितु जन सेवा करना है। देश की जनता नेहरू-गांधी परिवार के महान बलिदान, देश के लोगों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण की भावना को भली-भांति जानती है। पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की देश भक्ति और उनकी जेलों में सही गई, घोर यातनाओं को कोन नहीं जानता है। इसी प्रकार से देश की एकता और अखंडता के लिए इंदिरा गांधी और राजीव गांधी द्वारा दिए गए बलिदान को कोन नहीं जानता है। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने अपनी आंखों के सामने वह विभत्स दृश्य देखा है, जिसको देख कर आम आदमी की रूह कांप जाए। मेरा मानना है कि अगर ऐसे परिवार को सुरक्षा की दृष्टि से एक नहीं, अगर पांच मकान भी  दिए जाएं तो वह भी  कम है।

चन्द्र मोहन ने कहा कि राजनीति जनसेवा का माध्यम है, विपक्षी पार्टियों के नेताओं से दुश्मनी निकालने का नहीं। उन्होंने कहा कि चौधरी भजनलाल ने प्रदेश में इस लिए सबसे लम्बे समय तक शासन किया कि वह अपने राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी को भी बराबर का मान-सम्मान देते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की दुर्भावना का ही नतीजा है कि पहले तो, राजीव गांधी के बलिदान के पश्चात इस परिवार को एसपीजी की सुरक्षा प्रदान की गई थी, उसको पहले नवंबर 2019 में  वापिस लिया गया और अब 1 अगस्त तक मकान खाली करने के आदेश दिए गए हैं। इससे लगता है कि भाजपा का मानसिक दिवालियापन निकल गया है

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