आढ़ती सुनील बांसल के परिजन बोले,72 घंटों में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर करेंगे रोड जाम सिरसा। अनाज मंडी में आढ़ती की दुकान करने वाले गांव चक्कां निवासी सुनील बांसल के सुसाइड मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली से खफा परिजनों ने पुलिस प्रशासन से 72 घंटों में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। अगर 72 घंटों में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो परिजन ग्राम पंचायत व अन्य सामाजिक संस्थाओं को साथ लेकर सडक़ों पर उतरेंगे, जिसकी जिम्मेवारी पुलिस की होगी। आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, जिनसे परिवार को जान माल का खतरा है। उक्त चेतावनी मृतक सुनील बांसल के परिजनों ने वीरवार को रानियां रोड स्थित कंबोज धर्मशाला में पत्रकारों से रूबरू होते हुए पुलिस प्रशासन को दी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मृतक सुनील बांसल के पिता बजरंगदास बांसल ने बताया कि वह गांव चक्कां में करियाने की दुकान करता है और उसके तीन बेटे हैं। उसके दो बेटे रमेश व सुनील सिरसा में रहते हैं, जिनमें सुनील मंडी में आढ़ती की दुकान करता था। उसने बताया कि 21 मई को उसके पास फोन आया कि उसके बेटे सुनील ने मंडी में किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया है, जिसपर वे तुरंत मौके पर पहुंचे और उसका बेटा शहर के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन था। 30 मई को उसे सिरसा से रैफर कर दिया गया, हिसार ले जाते वक्त रास्ते में सुनील ने दम तोड़ दिया। सुनील ने मरने से पूर्व एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने सिरसा निवासी ही हीरालाल व मोनू को उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए थे। इसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया। कई दिन बीतने पर भी कार्रवाई न होने पर गांव के 50-60 मौजिज लोग 19 जून को एसपी सिरसा से मिले। जिसपर एसपी ने मामले को सीआईए सिरसा को सौंप दिया। सीआईए सिरसा में वे कई बार जाकर कार्रवाई को लेकर पूछताछ कर चुके हैं, लेकिन उन्हें गोलमोल जवाब दिया जा रहा है। पुलिस के ढुलमुल रवैये के कारण आरोपी सरेआम खुलेआम घुमकर उन्हें धमकियां दे रहे हैं। बजरंगदास ने बताया कि वह हार्ट का मरीज है और उसे कभी भी कुछ भी हो सकता है। अगर परिवार के लोगों को न्याय नहीं मिला तो मजबूरन उन्हें सडक़ों पर उतरना पड़ेगा, जोकि वे नहीं चाहते। मृतक के भाई रमेश बांसल ने बताया कि मरने से पूर्व अंत समय में सुनील ने उसे बताया था कि हीरालाल व मोनू उसकी दुकान हड़पना चाहते हैं और उसे मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं। पूरे घटनाक्रम बारे पुलिस को अवगत करवाया गया, लेकिन पुलिस ने विपक्षी पार्टी की पहुंच के कारण अभी तक मामले में उन्हें कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया है। आरोपी खुलेआम घुमकर परिवार के लोगों को बार-बार धमकियां दे रहे हैं, जबकि पुलिस का कहना है कि वे कई बार रेड कर चुके हैं, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आते। उनकी मांग है कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें न्याय दिलाया जाए। रमेश बांसल ने कहा कि अगर इस दौरान परिवार के किसी सदस्य के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेवार होगा। इस मौके पर उनके साथ मृतक सुनील का भाई अरूण, पूर्व मैंबर गांव चक्कां राधेश्याम, ताराचंद व ग्रामीण युवा क्लब के प्रधान सुरेंद्र डाल उपस्थित थे। Post navigation पत्नी को बनवाया गेस्ट लेक्चरर, नियमों को दरकिनार कर 15 साल बाद हुआ खुलासा मात्र 48 घंटे मे दोहरे हत्या कांड का पर्दाफाश ,मुख्य आरोपी सहित 4 काबू