नहरों में 22 सौ क्यूसेक की बजाए पहुंचा साढे 13 सौ क्यूसेक पानी भिवानी/मुकेश वत्स जिला की नहरों में अतिरिक्त पानी की मांग को लेकर युवा कल्याण संगठन के सदस्यों ने कमल सिंह प्रधान की अगुवाई में ज्ञापन सौंपा। संगठन के सदस्यों ने तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन के माध्यम से जिले की नहरों में एक सप्ताह अतिरिक्त पानी दिया जाए, ताकि किसान अपने खेतों की सिंचाई कर सके तथा जिन गांवों के जलघर खाली है उन गांवों के जलघरों में पानी डाला जा सके। जिसकी वजह से लोगों को गर्मी के मौसम में पीने के पानी की समस्या न झेलनी पड़े। तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में कमल सिंह प्रधान ने बताया कि इस बार सिंचाई विभाग ने जिला की नहरों के लिए 2300 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की मांग की थी, लेकिन विभाग ने सुंदरगु्रप में 2300 की बजाए मात्र साढे 1300 क्यूसेक ही पानी छोड़ा गया। जिसकी वजह से भिवानी जिला के खेतों को सिंचने वाली सुंदर ब्रांच डिस्ट्रीब्यूटरी, जुई फीडर व मिताथल फीडर में मांग के अनुरूप पानी नहीं पहुंचा। कम पानी पहुंचने की वजह से इन नहरों से निकलने वाले माइनरों के टेल भी निल रहे। जिसके चलते इन माइनरों व नहरों के अंतिम छोर पर पडऩे वाले गांवों के खेत बिना सिंचाई के रह गए है। साथ ही जोहड़ व जलघरों के टैंकों में पानी नहीं पहुंचा है। जिसकी वजह से शहरी क्षेत्र के लोगों के घरों में पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं पहुंच रही है। इनके अलावा तालाबों में पानी न होने के कारण पशु भी बिना पानी के प्यासे दाए-बाए भटक रहे है। उन्होंने सौंपे ज्ञापन में तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री से जिले की नहरों में एक सप्ताह अतिरिक्त पानी छुड़वाए जाने की मांग की। ताकि खाली पड़े जलघरों को भरा जा सके और पानी की समस्या से लोगों को छुटकारा मिल सके। Post navigation जगमग होंगे बाढ़ड़ा, झोझू कलां व बेरला के बाजार, विधायक नैना चौटाला के निर्देश पर जल्द लगेंगी सोलर लाइटें अंचल नर्सिंग होम प्रकरण में हाई कोर्ट का कड़ा रुख