चंडीगढ़, 24 जून- विश्वव्यापी कोरोना महामारी के चलते हरियाणा के बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए चार अंकों का टोल फ्री नंबर 1912 बड़ा कारगर साबित हो रहा है। मई माह में इस नंबर पर 1 लाख 68 हजार 566 शिकायतें आई, इनमें से 80 प्रतिशत शिकायतें तो ऐसी थी, जिनका बिजली वितरण निगमों के तकनीकी कर्मचारियों ने अगले दो घंटे में निवारण करके अपने कत्र्तव्यपरायणता का परिचय दिया। जिन शिकायतों का निवारण करने में थोड़ा वक्त लग रहा था, उनका अधिकतम 10 घंटे में निवारण करके बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने का काम किया। बिजली निगमों के एक प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) ने अपने बिजली उपभोक्ताओं के लिए बिजली सप्लाई, बिजली बिल संबंधित व अन्य शिकायतों के निवारण के लिए 1912 टोल फ्री नंबर दिया हुआ है। इसके अलावा, यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन के ईमेल एड्रेस पर भी बिजली उपभोक्ता अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इतना ही नहीं शहरों में तो सेक्टर वाइज संबंधित एसडीओ ने व्हाट्सएप्प ग्रुप तक बनाए हुए हैं, जहां पर बिजली उपभोक्ता व्हाट्सएप्प पर अपनी शिकायत भेजता है, संबंधित तकनीकी स्टॉफ व्हाट्सएप्प पर रिप्लाई देता है और उसकी शिकायत को नोट करके तत्काल हल करवाता है। प्रवक्ता ने बताया कि यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन का प्रबंधन मंडल, वरिष्ठ इंजीनियर सभी शिकायतों पर अपनी पैनी नजर बनाए रखते हैं, यदि किसी शिकायत के निवारण में ज्यादा वक्त लगता है तो उसके लिए उपभोक्ता को सूचित किया जाता है कि इस वजह से विलंब हो रहा है, जबकि तकनीकी टीम शिकायत के निवारण के लिए जुटी हुई है। सभी शिकायतों की समीक्षा भी की जाती है और उपभोक्ताओं से भी फीड बैक लिया जाता है। अब तो बिजली उपभोक्ता स्वयं ही इस नंबर का अधिक से अधिक प्रयोग कर रहे हैं, क्योंकि उनको पता है कि कोरोना महामारी से बचने के लिए ऑनलाइन माध्यमों का ही अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिए। इन दिनों वोल्टेज, ट्रांसफार्मर जलने संबंधित शिकायतें अधिक आती हैं, जिनका तुरंत निवारण किया जाता है। प्रत्येक सब डिविजन में ट्रांसफार्मर का बैंक बनाया हुआ है, जैसे ही ट्रांसफार्मर खराब होता है, उसकी जगह तत्काल नया लगा दिया जाता है। बिजली उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं सुचारू रूप से बिजली सप्लाई मिले इसके लिए दोनों निगम प्रतिबद्ध हैं। Post navigation प्रदेश के अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में तकनीकी पदों के पाठ्यक्रम होगें शीघ्र शुरू: अनिल विज शाही या खारिज परिवार या अहंकार ?