पंचकूला, 22 जून। दोहरे हत्याकांड के आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट की सीबीआई ने मांग की। पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआई कोर्ट ने लाई डिटेक्टर टेस्ट की अनुमति दे दी।सिरसा के गांव चौटाला स्थित फ्रूट प्लांट में दो लोगों की गोली मारकर हत्या करने के मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट में सुनवाई हुई। सीबीआई ने कोर्ट में अर्जी दायर कर मुख्य आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट की मांग की है। सीबीआई की मांग पर बचाव पक्ष ने भी सहमति जताई। बचाव पक्ष के वकील करन सचदेवा व आदर्श प्रीत सिंह ने बताया कि कोर्ट ने मामले की आगामी सुनवाई के लिए चार जुलाई की तिथि निर्धारित की है। मामले के मुख्य आरोपियों में हर सिमरनदीप सिंह उर्फ सिम्मा और सुखप्रीत सिंह उर्फ बुड्ढा हैं। दर्ज मामले के शिकायतकर्ता सिरसा के डबवाली के गांव चौटाला निवासी रणबीर सिंह हैं। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि गांव में प्रदीप कुमार गोदारा ने खेत में किनू की सफाई व पैकिंग का पीके फ्रूट्स नाम से प्लांट लगाया हुआ है। बताया कि 11 जनवरी 2017 को वह और उनका भतीजा सतबीर किनू के बाग का सौदा करने के लिए रात करीब सवा आठ बजे प्रदीप गोदारा के प्लांट पर गए थे। प्रदीप कुमार गोदारा और अमित सहारण पहले से दफ्तर में बैठे बातचीत कर रहे थे। इस पर रणबीर सिंह और उनके भतीजे सतबीर ने अपने तीन एकड़ किनू के बाग का सौदा करने की बातचीत की। इसके बाद प्रदीप कुमार अपने प्लांट की तरफ चला गया और दफ्तर में केवल उक्त तीन ही लोग रह गए। मामला करीब पौने नौ बजे का था। उसी दौरान दो नौजवान लोग हाथों में पिस्टल लिए दफ्तर में घुस गए। उन्होंने कुर्सियों पर बैठे सतबीर और अमित पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। रणबीर सिंह बचाव के लिए मेज के नीचे छुप गए। हमलावर गोलियां चलाने के बाद बाहर खड़ी कार में बैठ कर फरार हो गए। घायल अमित व सतबीर को खून से लथपथ हालत में अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरी जांच में उन्हें मृत पाया गया था। Post navigation हरियाणा सरकार वहन करेगी निर्माण क्षेत्र के प्रवासी श्रमिकों का किराया – उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला प्रदेश में 98 मॉडल संस्कृति स्कूल खोले जाएगें: कंवर पाल सिंह