पोषण वाटिका के जरिए किसानों की बढ़ेगी आमदन, आमजन को भी मिलेगा बेहतर जैविक भोजन : डॉ सुभाष चंद्रा

किसानों की आमदन बढ़ाने का राज्यसभा सांसद डॉ सुभाष चंद्रा ने निकाला फार्मूला, अग्रोहा से किया पॉयलैट प्रोजेक्ट का आगाज

हिसार।खेती की घटती जोत के चलते किसान भले ही धीरे धीरे खेती को घाटे का सौदा मान कर खेती से दूरी बना रहा हो, लेकिन राज्यसभा सांसद डॉ सुभाष चंद्रा ने कम जोत में ही आर्गेनिक और ज्यादा फसल दिलवाने के उद्देश्य से अग्रोहा में पॉयलैट प्रोजेक्ट के तौर पर पोषण अभियान के नाम से अनोखी मुहिम का सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए आगाज किया है।

इसके तहत एक हजार स्कवेयर फीट जगह से जैविक तरीके से 20 तरह की सब्जियां, फल, मसाले और औषधीय उपज हासिल कर किसान ना सिर्फ बेहतर आर्गेनिक पोषण हासिल कर पाएगा साथ ही समृद्धि की तरफ भी बढ़ पाएगा। इसे पोषण वाटिका का नाम दिया गया है।

राज्यसभा सांसद डॉ सुभाष चंद्रा ने अग्रोहा में 35 एकड़ भूमि पर इस मुहिम का आगाज करते हुए कहा कि देश में इन दिनों कोरोना का संकट गहराया हुआ है, विश्व की बात कर ली जाएं तो इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने के चलते वायरस ने हम पर ज्यादा प्रभाव दिखाया है। इसके पीछे मेन कारण कीटनाशकों वाला जहरीला खाना ही है फिर चाहे बात अनाज की हो या सब्जी व फलो की। जमीनों की टेस्टिंग में भी यह सामने आया कि सॉयल हेल्थ भी प्रभावित हुई है और जमीनी पानी भी खराब हुआ है, तभी इम्यूनिटी पॉवर पहले से प्रभावित रही है। इन्हीं बातों का ख्याल रखते हुए सुभाष चंद्रा फाउंडेशन ने पोषण वाटिका मुहिम का आगाज हिसार जिला में किया है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए आर्गेनिक खेती की तरफ हमे बढ़ना ही होगा।

कुछ समय पहले सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गए पांचों गांवों को इंटरग्रेटिड डेवलेप्मेंट की दिशा में हमने काम करना शुरू किया। वहां युवाओं को बेहतर स्पोर्ट्स दिया, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं भी दी, शिक्षा की भी व्यवस्था की और अब किसानों की आमदन बढ़ाने के लिए जैविक खेती को प्रबल रूप से लागू कर दिया है। अब किसानों को साथ जोड़कर सुभाष चंद्रा फांउडेशन के जरिए बनाए गए किसान एफपीसी के माध्यम से आदमपुर में 100 एकड़ में कीचन गार्डन और पोषण वाटिका बनाई गई है।

डॉ सुभाष चंद्रा ने इस दौरान आदमपुर सुभाष चंद्रा एफपीसी के 1 करोड का टर्न ऑवर करने पर खुशी जाहिर की। राज्यसभा सांसद डॉ सुभाष चंद्रा ने पीएम मोदी की लोकल के लिए वोकल बात का जिक्र करते हुए कहा कि अंग्रेजों के जमाने में हमारे लोग खुद पर निर्भर थे। उन्हें लोकल बाजार से सब कुछ मिल जाता था। वैसे ही हमे अब खुद बनना होगा। तभी हमारी समृद्वि भी हो पाएगी।

डॉ चंद्रा ने कहा कि किसानों की खेती को घाटे का नहीं फायदे का सौदा बनाना है, उन्हें बकायदा इसके लिए ट्रेंड करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान घबराऐं नहीं, तकनीक को अपनाएं जैविक खेती की तरफ आएं। इसके अलावा गौ पालन करके उनके मल मूत्र से भी लाभ लें। इस दौरान उन्होंने काली गेहूं दिखाकर उसकी उपज से किसान द्वारा लिये गये मुनाफे का भी जिक्र किया। डॉ चंद्रा ने कहा कि हिसार में सेंटर बनाकर किसान इसकी उपज बेच सकेंगे।

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष एवं व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग दास गर्ग ने कहा कि सुभाष चंद्रा फाउंडेशन द्वारा किसानों के उत्थान के लिए जो इस मुहिम का आगाज किया है।। इससे हर वर्ग को फायदा होगा, आमवर्ग को तो अच्छा और बेहतर आर्गेनिक खाना मिलेगा ही साथ ही व्यापारी वर्ग के लिए भी आर्गेनिक में काम करने के अवसर बनेंगे। गर्ग ने कहा कि दुनियां में कोरोना के चलते मची उथल पुथल से बचाव का तरीका सेहत का ध्यान रखना ही है। क्योंकि आज हर खाद्य सामग्री और फलों के उत्पादन में केमिकल का उपयोग हो रहा है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। उत्तप्रदेश से आए प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष राजपूत ने इस दौरान अभियान की जानकारी विस्तार से उपस्थित लोगों को बताई और कहा कि शीघ्र ही यह अभियान पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।

कार्यक्रम में किसानों और संस्था द्वारा डॉ सुभाष चंद्रा को ब्लैक विट का बैग देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डॉ चंद्रा के सचिव अनिल कुमार, इंद्र सिंह पूनियां, अनु रानी, कृष्ण कुमार खारिया, देवकी नंदन अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, धीरज कुमार, अंकित बेनिवाल, लक्ष्मण रावत,सुबे सिंह बेनिवाल भी मौजूद थे।

You May Have Missed

error: Content is protected !!