चंडीगढ़, 15 जून- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोविड-19 मरीजों को आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया गया है। इसके साथ ही राज्य स्वास्थ्य अथोर्टी ने इन मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सा प्रबन्धन पैकेज में 20 प्रतिशत की वृद्घि की है ताकि ऐसे मरीजों को उत्कृष्ट उपचार मिल सके।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के 22.14 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान भारत के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं, जिनको शत प्रतिशत आधार से लिंक किया गया है। इसके साथ ही राज्य के 1.12 लाख से अधिक मरीजों का उपचार आयुष्मान भारत योजना के तहत करवाया जा चुका है, जिन पर रा’य सरकार ने अभी तक करीब 135.33 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।

इनमें निजी अस्पतालों में उपचार करवाने वाले करीब 90 हजार से अधिक मरीजों पर 107.2 करोड तथा सरकारी अस्पातलों के 21815 मरीजों पर 28.1 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। आयुष्मान भारत योजना के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रवि विमल ने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों का उपचार करने वाले अस्पतालों का भुगतान निर्धारित समयावधि में किया जा रहा है।

केन्द्र सरकार ने हरियाणा को देश में सबसे पहले बिलों की अदायगी करने वाले प्रदेश के तौर पर पुरस्कृत भी किया है। उन्होंने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए रा’य के सभी सरकारी एवं पैनल के निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना के कार्ड नि:शुल्क बनाए जाते हैं। इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर भी मामूली शुल्क सहित यह कार्ड सृजन की सुविधा प्रदान है।

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