हरियाणा समेत देश में अनलॉक-1 का दूसरा हफ्ता शुरू होते ही सोमवार को 75 दिन बाद होटल, रेस्तरां खुल गए। मंदिरों में जहां भक्त कम ही दिखाई दिए, वहीं मॉल, होटल में भी ज्यादा भीड़ नहीं रही। फरीदाबाद और गुड़गांव में मॉल अभी नहीं खुले हैं। इन्हें खोले जाने पर जल्द विचार किए जाने की संभावना है। होटल-रेस्तरां खुलने से आर्थिक गतिविधियों का दायरा बढ़ गया है। वहीं, 25 राज्यों में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे समेत अन्य धर्मस्थल खुलने के साथ धार्मिक गतिविधियां भी शुरू हो गई। उत्तर प्रदेश में अयोध्या का हनुमानगढ़ी मंदिर खुल गया। हालांकि वृंदावन में बांके बिहारी समेत अन्य मंदिर इस महीने बंद रहेंगे। आंध्र प्रदेश में 2000 साल पुराना तिरुपति मंदिर खुल गया। वहां दर्शन-व्यवस्था बनाने के लिए मंदिर प्रबंधन का 6000 सदस्यों वाला स्टाफ तीन दिन तक रिहर्सल करेगा।

अनलॉक-1 की बात करें तो अभी इसे लेकर लोगों के मन में भय बना हुआ है, कोरोना के चलते लोग अभी सामान्य जिंदगी जीने से कतरा रहे हैं, कुछ लोग अनलॉक-1 को गलत कह रहे हैं तो कुछ इसके पक्ष में दिखाई दे रहें है, इसी बीच हमारी टीम हरियाणा के जाने माने समाजसेवी, विचारक एवं अधिवक्ता ऐ के शर्मा से इस पर बात करने पहुंची कि उनकी अनलॉक-1 पर क्या राय है?

इस पर समाजसेवी ऐके शर्मा जी ने कहा- सरकार का ये फैसला सही है क्योंकि ज्यादा समय तक लॉक डाउन नहीं किया जा सकता है। अब सभी को अपनी लाइफ स्टाइल बदलनी होगी। कोरोना के साथ सामाजिक दूरी और कई आवयश्क निर्देशों का पालन करना होगा। हर इंसान को अब कोरोना वैश्विक बीमारी से लड़ने के लिए अपनी प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाना पड़ेगा।

लेकिन अगर धार्मिक स्थलों की बात करें, मंदिर हो या मस्जिद हर जगह, मुझे लगता है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क लगाएं, सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें तो ज्यादा मुश्किल नही होगी। कोरोना संकट के चलते मंदिर, मस्जिद कोई भी धार्मिक स्थल हो या फिर मॉल, वो भी अपनी तरफ से पूरी सावधानियां बरतें । इसलिए हम सबको धीरे-धीरे सामान्य होना पड़ेगा।

आपको बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच केन्द्र सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार कंटेनमेंट जोन में अब भी पूरी तरह से पाबंदी रहेगी, हालांकि बाकी जगहों पर धीरे-धीरे छूट दी जाएगी।

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