चंडीगढ़,7 जून।स्वास्थ्य विभाग के ठेका कर्मचारियों के छंटनी के मुद्दे पर कर्मचारी व विभाग आमने-सामने आ गए हैं। जिससे निकट भविष्य में सरकार व ठेका कर्मचारियों में टकराव बढ़ने के आसार बन गए हैं। एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग कोविड 19 की महामारी के बीच विभाग में कई कई सालों से काम कर रहे 3200 सिक्योरिटी गार्ड को हटाकर होमगार्ड व अन्य पदों पर कार्यरत ठेका कर्मचारियों को एक जुलाई से नोकरी से हटकर नए कर्मचारियों को लगाने पर आमादा दिखाई दे रहा है। लेकिन दुसरी तरफ इस छंटनी के खिलाफ सिक्योरटी गार्ड व सफाई कर्मचारियों सहित अन्य पदों पर लगे सभी ठेका कर्मचारी इस छंटनी के खिलाफ लामबंद हो कर आंदोलन में उतर आए हैं। इस आंदोलन के समर्थन में कर्मचारियों का मुख्य संगठन सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी और मजदूर संगठन सीटू के प्रधान सुरेखा व महासचिव जयभगवान ने भी खुलकर छंटनी के खिलाफ चल रहे आंदोलन का समर्थन करते का ऐलान किया है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग के सभी ठेका कर्मचारियों ने प्रदेश के सभी सामान्य हस्पतालों में प्रर्दशन किए। ठेका कर्मचारियों ने निर्णय लिया है की अगले सप्ताह में प्रदेश के सभी विधायकों एवं सांसदों के आवासों पर प्रर्दशन कर छंटनी के खिलाफ ज्ञापन सौंपे जाएंगे। इसके बावजूद सरकार व विभाग ने इस संभावित छंटनी को नहीं रोका तो सभी हस्पतालों में अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन शुरू कर दिए जाएंगे। ठेका कर्मचारियों ने कहा है कि अगर सिक्योरिटी गार्ड सहित किसी भी ठेका कर्मचारी को नोकरी से निकाला तो सभी ठेका कर्मचारी कार्य बहिष्कार करने जैसा कठोर कदम उठाने पर मजबूर हो सकतें हैं। जिसके लिए पुरी तरह सरकार व विभाग जिम्मेदार होगा। Post navigation राइस शूट नीति किसानों को बर्बाद करने का सरकारी तुगलकी फरमान: अभय सिंह चौटाला नारी अस्मिता, पार्टी का मंथन और तिरिया हठ