गुरुग्राम, 31 मई।केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कंटेनमेंट जोन में लॉक डाउन 5 लागू करने तथा उससे बाहर के क्षेत्रों में कमर्शियल गतिविधियां चरणबद्ध तरीके से शुरू करने के बारे में दिए गए आदेशों के बाद गुरुग्राम में इस दिशा में काम शुरू हो गया है। गुरुग्राम मंडल के आयुक्त अशोक सांगवान ने रविवार को अपने कार्यालय में धार्मिक संस्थाओं तथा होटल व रेस्टोरेंट इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जिसमें उन्होंने सुरक्षा उपाय अपनाते हुए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करते हुए लॉक डाउन से धीरे-धीरे एग्जिट करने के बारे में विचार विमर्श किया। उन्होंने इन प्रतिनिधियों से सुझाव भी आमंत्रित किए। बैठक में गुरुग्राम के उपायुक्त अमित खत्री भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंडल आयुक्त अशोक सांगवान ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेशों का उल्लेख करते हुए पहले धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के विचार प्राप्त किये। धार्मिक स्थलों के सभी प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि अभी धार्मिक स्थल खोलने में प्रशासन थोड़ा संयम बरते क्योंकि धार्मिक स्थल खुलते ही भारी संख्या में वहां पर लोग आने शुरू हो जाएंगे । कुछ लोग वहां पर भोजन की चाह में आ सकते हैं तो बहुत सारे लोग अपनी श्रद्धा स्वरूप प्रसाद चढ़ाने आएंगे, जिन्हें रोका नहीं जा सकता और ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का भय बना रहेगा । इन प्रतिनिधियों ने सहमति जताई कि गुरुग्राम जिला में वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए धार्मिक स्थलों को थोड़ा ठहर कर खोला जाए तो बेहतर रहेगा, इस मामले में जल्दबाजी करना ठीक नहीं रहेगा। मंडलायुक्त अशोक सांगवान ने यह कहते हुए सुझाव आमंत्रित किये थे कि धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा उपाय अपनाते हुए सावधानियों के साथ सभी जा सकें, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। एक व्यक्ति जाए पूजा करें और वापस चला जाये, सोशल डिस्पेंसिंग का दृढ़ता से पालन हो तथा टच पॉइंट्स की सही तरीके से सैनिटाइजेशन हो। कोई बड़ा आयोजन जैसे भंडारा, लंगर या धार्मिक अनुष्ठान ना हो। धार्मिक संस्थाओं के सभी प्रतिनिधियों ने एकमत से यही सुझाव दिया कि अभी धार्मिक स्थल ना खोले जाएं, लोग अपने घरों में ही पूजा पाठ कर रहे हैं। इसके बाद मंडलायुक्त ने होटल तथा रेस्टोरेंट इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के सुझाव प्राप्त किये और बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इस बाबत एसओपी जारी किया जाएगा। ज्यादातर होटल प्रतिनिधियों ने यही अनुरोध किया कि होटल खोल दिए जाएं, वे राज्य सरकार के दिशा निर्देशों तथा सोशल डिस्टेंसिंग के नियम व सुरक्षा उपायों का पालन करने को तैयार हैं। कुछ होटलों में तो वर्तमान में भी वंदे भारत अभियान के तहत विदेशों से लाए गए लोगों को ठहराया गया है और उनके क्वॉरेंटाइन अवधि में होटलों द्वारा सेवाएं दी जा रही हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि होटलों के कमरे अच्छी तरह से सैनिटाइज होने चाहिए, परंतु साथ ही उन्होंने माना कि होटलों के रूम्स में रहने वालों के लिए कोई दिक्कत नहीं है। केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार रूम सर्विस को अनुमति भी दी जा सकती है लेकिन खाना खाने या जलपान के लिए बाहर से वॉक इन अर्थात अन्य बाहरी लोगों को अनुमति नहीं दी जा सकती। मंडलायुक्त ने कहा कि होटल में क्वॉरेंटाइन या आइसोलेशन में रखे गए व्यक्तियों तथा अन्य अतिथियों के बीच पर्याप्त दूरी होनी आवश्यक है, दोनों के लिए बिल्कुल अलग अलग व्यवस्था हो। अभी होटलों में जिम तथा स्विमिंग पूल भी नहीं चलाया जा सकते। होटलों के प्रतिनिधियों ने उनके यहां कुछ प्रतिबंधों के साथ छोटे कार्यक्रम तथा कॉन्फ्रेंस करवाने की अनुमति देने का भी सुझाव दिया है।रेस्टोरेंट के मामले में मंडलायुक्त ने कहा कि केवल तैयार खाना घर ले जाने की अनुमति है, अभी वहां पर बैठकर खाना खा नहीं सकते। रेस्टोरेंट्स के प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए प्रयोग के तौर पर थोड़ी संख्या में ग्राहकों को अंदर खाना खाने की अनुमति दे कर देख लेना चाहिए। ग्राहकों तथा अतिथियों के बर्ताव का अध्ययन करने के पश्चात उस व्यवस्था को जारी रखने या बंद करने के बारे में आगे निर्णय लिया जा सकता है। सुझाव दिया गया कि इस के लिए प्रत्येक रेस्टोरेंट में सीटिंग प्लान तय की जा सकती है और एक समय में अतिथियों की संख्या निर्धारित हो सकती है। हरीश बेकरी से आए प्रतिनिधि ने सुझाव दिया कि कुल सिटिंग के 50 प्रतिशत लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठा कर खाना खिलाने की अनुमति मिले तो बेहतर होगा और साथ में समय भी रात्रि 9:00 बजे से बढ़ाकर रात्रि 10:00 बजे तक होना चाहिए क्योंकि डिनर आमतौर पर रात को 8:00 बजे शुरू होता है।मंडलायुक्त ने कहा कि सभी प्रतिनिधि अपने उपयोगी सुझाव उपायुक्त गुरुग्राम के ई-मेल पते [email protected] पर भी भेज सकते हैं। Post navigation गुरुग्राम सिविल सर्जन ने देरी से और अधूरी रिपोर्ट देने के लिए निजी टेस्टिंग लैब को थमाया नोटिस, हो सकती है बड़ी कार्रवाई। गुरुग्राम में 30 जून तक लागू रहेगा रात्रि कर्फ्यू