– आज गुरूग्राम से 3 बसे हिमाचल प्रदेश तथा 2 बसें मध्यप्रदेश के लिए हुई रवाना। – पंजीकृत प्रवासी नागरिकों को भेजने की प्रक्रिया जारी- एसडीएम सोहना

गुरूग्राम, 28 मई।  कोविड-19 महामारी के तहत चल रहे लॉकडाउन में पंजीकृत प्रवासी नागरिकों को उनके गृह राज्यों में भेजने की प्रक्रिया लगातार जारी है। अब तक गुरूग्राम जिला से 335 बसों में लगभग 10 हजार 500 प्रवासी नागरिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जा चुका है। गुरूग्राम जिला में प्रवासी नागरिकों को बसों में भेजने के लिए सोहना की एसडीएम डा. चिनार चहल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जिनके मार्गदर्शन में इन यात्रियों को भेजा गया है।

 आज वीरवार को भी गुरूग्राम जिला से 3 बसों को हिमाचल प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, सोलन तथा 2 बसों को मध्यप्रदेश के छत्तरपुर के लिए रवाना किया गया।  उपायुक्त अमित खत्री के मार्गदर्शन में नोडल अधिकारी एवं सोहना की एसडीएम चिनार चहल की ओर से संबंधित राज्यों से निरंतर संपर्क साधते हुए प्रवासी नागरिकों को परिजनों के पास भेजा जा रहा है।

सुश्री चहल ने बताया कि गुरूग्राम जिला में 14 मई से लगातार अलग-अलग राज्यों के प्रवासी नागरिकों को उनके गृह जिलों में भेजा जा रहा है और यह यात्रा पूर्ण रूप से निःशुल्क है अर्थात् यात्रियों से इसका किराया नही लिया जा रहा।  बस में इन यात्रियों को बिठाते हुए कोविड-19 प्रोटोकाॅल जिसमें मुंह और नाक पर मास्क पहनने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने पर विशेष तौर पर ध्यान रखने के लिए समझाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रवासी नागरिकों को फूड पैकेट देकर व भोजन आदि करवाकर भेजा जाता है। इस दौरान यात्रियों को फेस मास्क व अन्य जरूरत का सामान भी उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने बताया कि बसों में जाने वाले प्रवासी नागरिकों की थर्मल स्कैनिंग की जाती है व उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रमाण पत्र भी जारी किया जाता है। प्रवासी नागरिकों को कोरोना संक्रमण संबंधी बचाव उपायों की जानकारी देने के लिए विशेषज्ञों द्वारा उनकी काउंसलिंग की जाती है ताकि वे गृह जिलों में जाकर भी एहतियात बरत सकें। 

बसों की रवानगी से पूर्व सभी बसों को पूर्णतया सैनिटाइज करवाया जाता है ताकि कोरोना संक्रमण ना फैलें। उन्होंने बताया कि सफर से यात्रियों को बिस्किट, नमकीन, पानी की बोतल व फूड पैकेट दिए जाते है ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो। एसडीएम ने बताया कि अब तक प्रवासी नागरिकों को बसों के माध्यम से उत्तरप्रदेश , कर्नाटक, मध्यप्रदेश राज्यों में अलग-अलग कलस्टरों के लिए भेजा गया है जिनमें सबसे अधिक प्रवासी नागरिक उत्तरप्रदेश के विभिन्न कलस्टरों के लिए थे। उन्होंने बताया कि एक बस में 30 यात्रियों की संख्या निर्धारित की गई और उसी अनुरूप उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए उन्हें रवाना किया गया। 

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