– ग्रामीण सूक्ष्म कुटीर उद्योगों के प्रेफर्ड कस्टमर के नाम पर एकाउंट खोल कर लूट रहे है निजी बैंक– कोरोना लॉकडाउन में भारत सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को राष्ट्रीय निजी बैंकों ने किया निष्क्रिय हिसार, 24 मई।आरएसएस बीजेपी की संस्था अखिल भारतीय संस्कार भारती हांसी के संस्थापक अध्यक्ष जसवंत गोयल ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते जहां एक तरफ लघु व सूक्ष्म उद्योग पहले ही लगभग बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं, वहीं दूसरी तरफ निजी बैंक छिपे हुए खर्चों व मनमानी के चलते इन उद्योगों पर आर्थिक भार डाल रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रूपए के पैकेज का इन उद्योगों तक सही फायदा नहीं पहुंच पाएगा। गोयल ने ऐसे ही एक राष्ट्रीय स्तर के निजी बैंक पर ग्रामीण सुक्ष्म कुटीर उद्योगों के प्रेफर्ड कस्टमर के नाम पर एकाउंट खोलकर अधिक ब्याज लेने का भी आरोप लगाया। उन्होंने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्तमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री को करते हुए दोषी बैंक एवं संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। समाजसेवी जसवंत गोयल ने कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के कारण वर्ष 2012 से उनका एकमात्र सुपुत्र स्वतंत्र रूप से कारोबार को संभाल रहा था, जिसकी गत 20 नवंबर को मृत्यु हो गई थी। इसके उपरांत उन्हें पता चला कि हरियाणा सरकार उद्योग विभाग से रजिस्टर्ड ग्रामीण सूक्ष्म कुटीर उद्योग से लोन लिमिट पर वर्ष 2012 से एक राष्ट्रीय निजी बैंक सर्वाधिक 15 प्रतिशत ब्याज चार्ज कर रहा है, जो कि न्यायसंगत नही है। वे इसकी शिकायत पिछले 6 महीने से लगातार बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर व कॉरपोरेट ऑफिस मुम्बई को कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद एक प्रेफर्ड कस्ट्मर से अधिक चार्ज किए गए ब्याज को रिफण्ड नहीं किया जा रहा, जबकि निजी बैंक की तुलना में राष्ट्रीय सरकारी बैंक आधे से भी कम ब्याज पर ग्रामीण कुटीर सर्विस उद्योग एवं इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के डीलर लोन लिमिट दे रहे है। हिसार निवासी दानवीर उद्योगपति दादरीवाला ने बताया कि उद्योग विभाग में रजिस्टर्ड (सूक्ष्म कुटीर) आरआईएस ( रूरल इंडस्ट्रीज स्कीम ) देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक इस राष्ट्रीय स्तर के निजी बैंक से आधे से भी कम ब्याज 7.4 प्रतिशत पर ग्रामीण कुटीर उद्योग की लोन लिमिट दे रहा। उन्होंने कहा कि निजी बैंक में सुनवाई ना होने पर खाता बंद करा दिया है। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि निजी बैंक के धोखे से बचे। ये बैंक स्वाइप मशीन, टेलीफोन की वायर से चलने वाली स्वाइप मशीन पेट्रोल पंप और अन्य प्रतिष्ठानों पर यह कह कर लगा देते है कि इसके लिए किसी भी प्रकार का चार्ज या रेन्ट नहीं देना पड़ेगा, लेकिन यह वास्तविकता से परे है और रेन्ट ओर स्वाइप चार्जिज दोनों लगाए जा रहे है। सीनियर सिटीजीन दादरीवाला ने बड़े ही दुखी मन से कहा उन्हें बीपी व शुगर है और 21साल पूर्व बाई पास सर्जरी हो चुकी है। उनके एकमात्र 34 वर्षीय सुपुत्र की मृत्यु के बाद उसकी दो छोटी छोटी बेटियों के पालन पोषण की जिम्मेदारी भी उनपर है। ऐसे में अगर किसी कारणवश उनकी मृत्यु हो जाती है तो उसके लिए सभी अधिकारी व राजनेता जिम्मेवार होंगे जिस जिस को शिकायत भेजी गई है। Post navigation ये पूजा का ढोंग क्यों ? समर्थकों सहित कंटेनमेंट जोन में घुसे बीजेपी विधायक, तीसरी बार तोड़ा लॉकडाउन