बोले: पिछले कुछ दिनों से केंद्रीय मंत्रियों के बीच चल रहा है झूठ बोलने का मुकाबला
पूछा: जब स्मृति ईरानी कह रही हैं कि हमने 90 करोड़ परिवारों को राशन दिया तो फिर भूखे क्यों है हजारों मजदूर, रेलवे मंत्री कह रहे हैं कि हमने मजदूरों के लिए 1800 विशेष रेलगाडियां चलाई तो फिर सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चलते हुए पांवों पर छाले कयों पड़ रहे हैं मजदूरों के

पंचकूला,20 मई। आम आदमी पार्टी का कहना है कि 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज देने की घोषणा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार से  देश के लाखों मजदूर ही नहीं संभाले जा रहे। पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार आए दिन झूठे एवं खोखले वायदे कर गरीब तबके का जहां मजाक उड़ा रही है, वही आम आदमी को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी का आगे कहना है कि पैदल चलने वाले इन श्रमिकों के पांवों में पैदल चल चल कर छाले पड़ रहे हैं,मगर उत्तर प्रदेश की सरकार को न तो इन मजदूरों की बेबसी नजर आ रही है और न ही उनके पांवों में लंबा मीलों सफर तयकर चलने से पड़े छाले दिखाई देते हैं। कई मजदूर तो अपने अपने घरों को पैदल जाते समय रास्ते में विभिन्न हादसों में अपनी जान तक गंवा बैठे हैं। ऐसे में यह सरकार किस मूंह से आम आदमी का भला करने की बात कर रही है।

आज यहां जारी एक ब्यान में पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं में पिछले कुछ दिनों से झूठ बोलने का मुकाबला चल रहा है । जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यह झूठ बोल रही है कि हमने 90 करोड़ परिवारों को राशन वितरित किया है, वहीं केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल यह झूठ बोल रहे हैं कि हमने अ_ारह सौ विशेष ट्रेन चलाकर मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया है । जबकि आज भी देश के विभिन्न हिस्सों से मजदूरों के पैदल ही अपने भूखे प्यासे परिवारों के साथ अपने अपने घर की ओर जाने की खबरें आ रही हैं ।

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं भाजपा शासित कई राज्यों में तो अपने घरों की ओर प्रस्थान कर रहे मजदूरों पर लाठीचार्ज करने की बातें भी सामने आ रही है,ऐसे में भाजपा नेतृत्व और उनकी सरकारों का मजदूर प्रेम सबके सामने आ रहा है।

उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री  कार्यालय  में दान मे मिले मासक और सैनिटाइजर को सरकार को बेच दिया गया और सरकार की ओर से भी बिना किसी जांच परख के यह सामान खरीद लिया गया। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की नाक तले सीधा सीधा भ्रष्टाचार हुआ है। मगर इस मामले में अभी तक ना तो कोई जांच की गई है और ना ही किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की बात मुख्यमंत्री या सरकार की ओर से कही गई  है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार की ओर से मजदूरों को अपने अन्य राज्य की सीमाओं से राज्य में दाखिला नहीं दिया जा रहा,एनओसी न मिलने की ंइतजार में अंबाला में करीब पांच सौ श्रमिक फंसे पड़े हैं जिन्हें एक बार उत्तर प्रदेश की सीमा से 18 बसों में गये इन मजदूरों को वापिस लौटा दिया गया। जबकि ये श्रमिक उत्तरप्रदेश के ही मूल निवासी हैं। वहीं हरियाणा के विभिन्न जिलों में मजदूरों से पुलिस द्वारा मारपीट करने की घटनाएं भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि इससे हास्यस्पद और दुखदायी बात और क्या हो सकती है कि लॉकडाउन के नियमों का उलंघन तोडऩे में भाजपा सरकार की एक मंत्री ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

उन्होंने कहा कि जहां देश भर में सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद पड़े हैं। लेकिन भाजपा नेता अपनी ही सरकार के बनाये नियमों की शरेआम धज्जियां उड़ाकर उसका माजाक बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हरियाणा में भाजपा सरकार की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा कैथल में कुरूक्षेत्र रोड स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर पहुंची तो मंदिर के कपाट भी खुल गए और विशेष पूजा अर्चना भी हुई। इसका वीडियो भी बनाया गया और फिर इसे खुद ही वायरल भी किया गया। उन्होंने इस मामले में मंत्री पर तुरंत कारवाई किये जाने की मांग की है।