सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर पंहुच रहे मजदूर अपने घर

पंचकूला, 14 मई। आम आदमी पार्टी का कहना है कि जिस देश का मजदूर तीन तीन या पाच पांच हजार तक किलोमीटर पैदल चलकर जा रहा हो, उस देश के प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भरता पर भाषण देना ही अपने आप में ही हास्यस्पद है। पार्टी ने कहा कि देश भर के लोगों से पैसा एकत्रित करके गुजरात में सरदार बल्लभभाई पटेल की मूर्ति तीन हजार करोड़ रुपये में चीन से बनवाकर प्रधानमंत्री द्वारा स्वदेशी एवं आत्मनिर्भर बनने के लिए ज्ञान बांटना हैरान करने वाली बात है।

पार्टी ने आगे कहा 20 लाख करोैड़ रुपये के पकेज की घोषणांए तो कर दी गई लेकिन न तो प्रधानमंत्री औ न ही वित्तमंत्री को पता है कि पैसा कहां से आएगा। इसी लिए प्रधानमंत्री ने वित्तमंत्री पर बात डाल दी तो वित्तमंत्री अब अफसरशाही पर निर्भर है। 20 लाख करोड़ की घोषणांए करने से पहले यह देखना चाहिए था कि यह राशि कहां से आएगी। मगर यहां तो उल्टा हो रहा है कि घोषणां पहले कर दीं और अब इंतजाम  कहां से होगा, यह सोचेंगे।

आप के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने आम जन से कहा कि एक बात याद रखना कि पहली बार चुनाव जीतने के समय भी नरेंद्र मोदी ने देश की आम जनता को यह नारा दिया था कि उनकी सरकार आने पर हर गरीब के खाते में 15-15 लाख रुपये की रकम आ जायेगी मगर चुनाव जीतने के बाद उनके ही एक  वरिष्ठ मंत्री ने उनकी इस घोषणा को महज एक जुमला कहा था। उन्होंने कहा कि कहीं इतनी बड़ी सहायता राशि को भी कुछ दिनों के बाद उनका कोई मंत्री यही शब्द न दोराहा दें। उन्होंने कहा कि लोगों को इंतजार है वित्त मंत्री की कार्य योजना और राशि आबंटन का। किस वर्ग को कितनी मिलेगी। किसान, मजदूर, मध्यम वर्ग, दुकानदार व गरीबों को क्या मिलेगा। क्या सिर्फ कुछ कंपनियों को कर्ज मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ओर जुमला फेंक दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक लोगों की जेब में पैसा नहीं होगा, अर्थव्यवस्था नहीं चलेगी।

उन्होंने कहा कि लोगों को नकदी चाहिए न कि भाषण। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्तमंत्री की अर्थिक पैकेज के बारे में की गई घोषणा का विपरीत असर हुआ है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई, एनबीएफसी, डिस्कॉम, रियल एस्टेट, टैक्स, पीएफ खाताधारक, आदि के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई एलान किए, बावजूद इसके शेयर बाजार में गिरावट देखी गई है।

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