सरकार ने गेंहू खरीद का भुगतान तुरन्त नहीं किया तो व्यापार मंडल किसानके भाकियू के अन्दोलन में सहयोग करते हुए सड़कों पर उतरेगा – बजरंग गर्ग सरकार द्वारा गेंहू खरीद का भुगतान ना होने से किसान व आढ़तियों में बड़ी भारी नाराजगी – बजरंग गर्ग चण्डीगढ़ – हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने व्यापारी व किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि 21 दिन तक सरकार का गेहूं खरीद का एक रूपया भुगतान ना होने से प्रदेश के किसान व आढ़तियों में बड़ी भारी नाराजगी है। जबकि केंद्र सरकार ने गेहूं खरीद का भुगतान हरियाणा सरकार की खरीद एजेंसियों को कर दिया है काफी मंडियों में तो एक रुपए भी गेहूं खरीद का भुगतान नहीं हुआ है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार के किसान व आढ़ती विरोधी फरमान के तहत आढ़ती ने किसानों को ही खरीद पोर्टल द्वारा जो भुगतान किया है वह पहले दी हरियाणा कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी चंडीगढ़ के एचडीएफसी बैंक में जमा हुए हैं। यहां से अब किसान को गेहूं खरीद का भुगतान कैसे होगा। इसका किसान व आढ़तियों को कोई पता नहीं है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि जब आढ़ती किसानों के खाते में सीधे आरटीजीएस कराने व चेक देने को तैयार है तो गेहूं भुगतान में सिर्फ राजनेताओं ने अपने निजी स्वार्थ के लिए प्राइवेट बैंक को बीच में डाला है। जबकि सदियों से आढ़ती किसानों को उसकी फसलों का भुगतान सही समय पर देता आ रहा है तो ऐसा क्या हो गया कि सरकार ने गेंहू भुगतान पर नया फरमान जारी करके किसान व आढ़तियों को नाजायज परेशानी में डाला जा रहा है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि गेहूं खरीद का भुगतान सरकारी ऐजन्सियों ने तुरंत नहीं किया तो 18 मई को किसान आंदोलन में व्यापार मंडल पूरा योगदान करते हुए सड़कों पर उतरेगा। श्री गर्ग ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों और नियत से देश का अन्नदाता भूखा रह रहा है और जो व्यापारी करोड़ों-अरबों रुपए टैक्स दे रहा है और सामाजिक व धार्मिक कार्यों में सबसे बड़ा योगदान दे रहा है आज वही आढ़ती बर्बादी के करार पर है जो देश व प्रदेश की हित में नहीं है। सरकार को अपने वायदे के अनुसार किसान की सिमांत राज्य की गेंहू की खरीद चालू करनी चाहिए। Post navigation कृषि प्रधान हरियाणा-औद्योगिकीकरण की ओर अग्रसर : बोधराज सीकरी हरियाणा पुलिस ने कोविड-19 लाकॅडाउन में अपराधियों, नशा तस्करों और शराब माफिया पर कसा शिकंजा