चंडीगढ़। उत्तर भारत में लॉक डाउन के दौरान पंजाब से लगातार प्रवासी मजदूर हरियाणा में प्रवेश कर रहे हैं। अंबाला-दिल्ली नेशनल हाइवे पर सैंकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूरों के पहुंचने और निरन्तर पंजाब से जारी पलायन के मुद्दे को लेकर अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल ने विज से प्रवासी मजदूरों के पलायन की रोकथाम और अंबाला में दाखिल हो चुके प्रवासियों के लिए इंतजाम करने अपील की। वही विज ने प्रवासी मजदूरों के लिए फिर से अंबाला में शेल्टर होम बनाकर उनके खाने और भेजने का भी इंतजाम  करने के आदेश दिए।

प्रवासी मजदूरों को पंजाब से विभिन्न रास्तों के जरिये हरियाणा में भेजने पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पंजाब सरकार पर वार किया और कहा कि प्रवासी मजदूरों को पंजाब सरकार को हरियाणा में धक्का नहीं मारना चाहिए था बल्कि उनके लिए उचित व्यवस्था करनी चाहिए थी। विज ने कहा कि भले ही पंजाब सरकार ने उन्हें धक्के मार कर हरियाणा में धकेल दिया लेकिन हम उन्हें धक्का नहीं मारेंगे।  

अनिल विज ने कहा कि दूसरे प्रदेशों से हरियाणा में आने के लिए जिन प्रवासियों ने आवेदन किया है उन मजदूरों को हम हरियाणा में लाने के लिए बिल्कुल तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जो भी हरियाणा में आना चाहते हैं और जिन्होंने आॅनलाइन पोर्टल पर आवेदन किया है कि वह हरियाणा में काम करना चाहते हैं उनके लिए हम उनके संबंधित सरकारों से बातचीत कर रहे हैं और जैसे ही वह एनओसी देंगे तो हम इनको लाएंगे। विज ने बताया कि कुछ लोग यहां से जाना भी चाहते हैं और लगभग आठ लाख लोगों ने जाने के लिए आवेदन भी किया है उनका भी हम बसों और गाड़ियों से जाने का इंतजाम कर रहे हैं। विज ने सभी प्रवासी मजदूरों से अपील की कि वह नंगे पांव और साइकिल पर जाने की कोशिश मत करें हम उनके लिए गाड़ियों का इंतजाम कर रहे हैं और भोजन का भी ध्यान कर रहे हैं जैसे-जैसे उनकी सरकारें हमें एनओसी देती जा रही हैं हम उनके जाने का इंतजाम कर रहे हैं।

हरियाणा का टेक्निकल एजुकेशन विभाग इन दिनों कई नए आविष्कार कर रहा है। पहले कोविड-19 सैंपल कलेक्शन कियोस्क का निर्माण कर चुके विभाग ने अब एक और नए अल्ट्रावायलेट डिसइंफेक्शन बॉक्स को तैयार किया है। जिसमें सरकारी फाइलें, दस्तावेज व अन्य सामान को डिसइंफेक्ट किया जा सकेगा। अपनी इस नए आविष्कार को लेकर आज हरियाणा टेक्निकल एजुकेशन विभाग प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के निवास पर पहुंचे। जहाँ विज ने इस बॉक्स का फीता काटकर शुभारंभ किया। इसके लिए उन्होंने टेक्निकल एजुकेशन विभाग के सभी अधिकारियों, इंस्टीट्यूट और वैज्ञानिकों को बधाई दी

मंत्री अनिल विज ने बताया कि यह विभाग कोरोना काल में बहुत इनोवेटिव आवश्यक चीजें बना रहा है। पहले इन्होंने सैनिटाइज टनल बनाई जो दफ्तरों और अस्पतालों के लिए दिया। इसके बाद कोरोना का  टेस्ट करने के लिए डॉक्टरों को क्योस्क बनाकर दिए जोकि विभिन्न अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में लगे हुए हैं। अब इन्होंने आॅटो सेनेटाइजर मशीन और फाइलों को डिसइनफेक्ट करने के लिए अल्ट्रावॉयलेट चेंबर बनाया है जिसमें फाइलें रखकर डिसइनफेक्ट किया जा सकता है। अनिल विज ने कहा कि विभाग बहुत अच्छा काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है और इस बात को यह विभाग बिल्कुल चरितार्थ कर रहा है। आज के युग में इन चीजों की जरूरत पड़ रही है और वो समय आ गया है कि हमें कोरोना के साथ ही जीना सीखना चाहिए तो इन चीजों की आवश्यकता है।

इस दौरान विज ने इस बॉक्स की कार्यप्रणाली को विस्तार से जाना।

जानकारी देते हुए टेक्निकल एजुकेशन विभाग के डायरेक्टर कृष्ण कुमार कटारिया व बॉक्स का निर्माण करने वाले संस्थान सेठ जय प्रकाश पॉलीटेक्निक, दामला यमुनानगर के प्रिंसिपल अनिल बुद्धिराजा ने बताया कि इस बॉक्स में अल्ट्रावायलेट किरणों के माध्यम से फाइलों, खाने के डिब्बे व अन्य सामान को वायरस मुक्त किया जा सकता है, क्यूंकि सभी वस्तुओं को लिक्विड सेनेटाइजर से सेनेटाइज नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि जिस तरह कई राज्यों के अधिकारीयों के फाइलों के माध्यम से संक्रमण की चपेट में आये हैं और हरियाणा में ऐसा न हो इसके लिए ही इस बॉक्स का निर्माण किया गया है। इसमें फाइलों को रखकर टाइमर सेट करने के बाद लगभग आधे घंटे के लिए छोड़ना होगा जिसके बाद फाइलें वायरस मुक्त हो जाएँगी। आज विभाग ने इस बॉक्स के साथ साथ एक आॅटोमैटिक हैंड सेनेटाइजिंग उपकरण भी गृह मंत्री को सौंपा जो बिना छुए ही हाथ सेनेटाइज करने का काम करेगा।

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