– गुरुग्राम पहला ऐसा नगर निगम है, जिसने डेडिकेटिड बीडब्ल्यूजी मॉनिटरिंग सेल व सेनिटेशन सिक्योरिटी फोर्स गठित की हुई हैं गुरुग्राम, 17 जनवरी। शुक्रवार को नॉर्वे का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम गुरुग्राम कार्यालय पहुंचा। यहां पर अतिरिक्त निगमायुक्त डा. बलप्रीत सिंह से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने गुरुग्राम में बल्क वेस्ट जनरेटर के पंजीकरण के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही अवैध कचरा व मलबा डंपिंग को रोकने के लिए नगर निगम द्वारा गठित सेनिटेशन सिक्योरिटी फोर्स के कार्यों के बारे में भी प्रतिनिधिमंडल को बताया गया। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त ने बताया कि गुरुग्राम ऐसा पहला नगर निगम है, जिसने डेडिकेटिड बीडब्ल्यूजी मॉनिटरिंग सेल व सेनिटेशन सिक्योरिटी फोर्स गठित की हुई है। उन्होंने बताया कि दो माह पहले ही बीडब्ल्यूजी मॉनिटरिंग सेल का गठन किया गया था तथा बल्क वेस्ट जनरेटरों के पंजीकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी तैयार किया गया। सेल के सदस्यों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अब तक 1472 बीडब्ल्यूजी को पोर्टल पर पंजीकृत कराया है। उन्होंने बताया कि नगर निगम गुरुग्राम को चार जोन में विभाजित किया हुआ है और मॉनिटरिंग सेल की भी जोन वाइज अलग-अलग टीमें बनाई हुई हैं। सेनिटेशन सिक्योरिटी फोर्स के बारे में डा. सिंह ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में कचरे व मलबे की अवैध डंपिंग को रोकने के उद्देश्य से डेडिकेटिड सेनिटेशन सिक्योरिटी फोर्स गठित की गई है, जिसमें सेवानिवृत सैन्य कर्मियों को शामिल किया गया है। यह फोर्स सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे क्षेत्र की निगरानी कर रही है तथा अब तक अवैध डंपिंग के मामले में 25 वाहनों को पकडक़र 21 एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। इसके अलावा, 60 वाहनों पर 54 चालान करते हुए 7.50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। अतिरिक्त निगमायुक्त ने बताया कि नागरिकों को ठोस कचरा प्रबंधन तथा पॉलिथीन बैन के बारे में जागरूक करने के लिए इकोथोन अभियान के तहत कई प्रकार के जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इनमें मुख्य रूप से मेरी बोतल-मेरा बैग, स्कूली बच्चों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आदि शामिल हैं। एक अनुमान के अनुसार प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले कुल कचरे का 40 से 45 प्रतिशत कचरा बीडब्ल्यूजी द्वारा उत्पन्न किया जाता है, जिसे प्रभावी ढंग प्रबंधन करने के लिए बीडब्ल्यूजी मॉनिटरिंग सेल कार्य कर रही है। उन्होंने निगम द्वारा बनाई गई सिटीजन सुपरवाइजरी और जोनल सुपरवाइजरी कमेटियों के बारे में भी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल में शामिल जलवायु एवं पर्यावरण परामर्शदाता एंड्रियाज शेही व वरिष्ठ सलाहकार सुरेश माथेवन ने गुरुग्राम में पर्यावरणीय स्थिरता और स्वच्छता के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की और भविष्य में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नगर निगम गुरुग्राम की यह पहल स्वच्छता और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में अन्य शहरों के लिए एक आदर्श बन सकती है। इस मौके पर सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट से अतिन बिश्वास व मऊ सेनगुप्ता, नगर निगम की बीडब्ल्यूजी मॉनिटरिंग सेल के चीफ ऑफिसर कर्नल संजय पांडे, सलाहकार अनिता फलसवाल सहित सेल के अन्य सदस्य उपस्थित थे। Post navigation सीवर जाम जैसी समस्याओं को बिलकुल भी नहीं किया जाएगा बर्दाश्त-निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग हरियाणा सेवा का अधिकार आयोग के मुख्य आयुक्त टीसी गुप्ता ने निगम अधिकारियों के साथ की बैठक