गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज: गुरुग्राम के कस्बा सोहना स्थितउु आशियाना सोसाइटी में शनिवार देर रात तेंदुआ घुस कर सोसाइटी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जाकर बैठ गया। जैसे ही सोसायटी के लोगों को इसकी सूचना मिली तो सोसायटी में हड़कंप मच गया। जिसकी तुरन्त सूचना वन विभाग तथा वाइल्ड लाइफ टीम तथा पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही टीम पिंजरा लेकर पहुंची, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। 5 घंटे की मशक्कत के बाद टीम ने पानी के फव्वारे और गेट काटकर तेंदुए को रेस्क्यू किया। टीम ने ट्रेंकुलाइजर गन का इस्तेमाल नहीं किया। उसे बिना बेहोश किए ही पिंजरे में कैद कर लिया। बाद टीम ने उसे अरावली के जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। वहीं वन विभाग के इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि करीब 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तेंदुए को सुरक्षित पकड़ा गया। वह 6-7 साल का नर तेंदुआ था। उसके पकड़े जाने के बाद सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। यह घटना चिंताजनक इसलिए भी है, क्योंकि आसपास की अरावली पहाड़ियों में तेंदुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। आए दिन जंगली जानवरों आबादी वाले क्षेत्रों में प्रवेश कर रहे हैं। यह स्थिति मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती चुनौतियों की ओर इशारा करती है। बता दें कि सोहना की आशियाना सोसाइटी अरावली के जंगलों के पास में ही है। पहाड़ी पर काफी संख्या में तेंदुए, बाघ, भालू और अन्य जंगली जानवर हैं। कई बार वह भटकते हुए रिहायशी इलाकों में घुस जाते हैं। जंगल का एरिया कई हजार एकड़ में फैला हुआ है। इस क्षेत्र को जल्द ही देश की नंबर वन सफारी के रूप में विकसित किया जाएगा। Post navigation बड़ा सवाल : कब होंगे गुरुग्राम निकाय चुनाव ? देश में लोगों ने पिछले 10 वर्षों में विकास का स्वाद चखा – उपराष्ट्रपति धनखड़