कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 8 जनवरी : गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के सानिध्य में गीता ज्ञान संस्थानम में स्थित श्री कृपा बिहारी मंदिर में खिचड़ी उत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ठाकुर जी के संग अनेक दिव्य झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। खिचड़ी उत्सव में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। श्री राधा कृष्ण व भगवान के अन्य अवतारों के भजनों से वातावरण गूंज उठा। हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। राधा और कृष्ण भाव के भजनों पर श्रद्धालु युगल जोड़ी के सामने जमकर थिरके। गीता ज्ञान संस्थानम में पहली बार आयोजित खिचड़ी उत्सव में महिलाओं ने भी भारी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज जी ने अपने प्रवचन में बताया कि खिचड़ी उत्सव वृंदावन का दिव्य उत्सव है। कन्हैया बृज भूमि से कुरुक्षेत्र आए थे, इसीलिए खिचड़ी उत्सव श्री वृंदावन धाम के भाव को कुरुक्षेत्र धाम से जोड़ने का प्रयास है। वृंदावन का वह भाव कुरुक्षेत्र तक भी पहुंचे, इसलिए गीता ज्ञान संस्थानम में श्री कृपा बिहारी जी के सानिध्य में दो दिवसीय खिचड़ी उत्सव आयोजित किया गया है। खिचड़ी उत्सव श्री राधाबल्लभ लाल में वृंदावन मंदिर में बड़ी धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है। वहां पर खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया जाता है। वृंदावन धाम से ही आए लोगों ने अपनी सेवा देकर गीता ज्ञान संस्थानम में खिचड़ी काम प्रसाद तैयार किया है। इस खिचड़ी उत्सव पर भगत अपने लाडले कन्हैया को लाड और प्यार करते हैं। अलग -अलग रूपों में ठाकुर जी की लाड किया जाता है। ठाकुर जी के संग भगवान के अनेक अवतारों की झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं। यह उत्सव पौष मास में संक्रांति से कुछ दिन पूर्व मनाया जाता है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं में खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया गया।इस अवसर पर ब्रह्मचारी शक्ति, चंद्र प्रकाश शर्मा मीडिया प्रभारी रामपाल शर्मा, मंगेश्वर शर्मा,अशोक चावला, राजेंद्र चोपड़ा, हंसराज सिंगला, अशोक अरोड़ा, मंगतराम जिंदल, जग्गी पेहवा, पवन भारद्वाज सहित अनेक संख्या में भाग लिया। Post navigation कुरुक्षेत्र को देश की सबसे सर्वश्रेष्ठ लोकसभा बनाने का होगा हर संभव प्रयास : नवीन जिंदल