सरकार की नीयत में खोट का ही प्रमाण है कि ज्योंहि सैनिक स्कूल प्रबंधन ने रेवाडी के सैक्टर 4 स्थित राजकीय कन्या विद्यालय के भवन को खाली किया, सरकार ने इस भवन में राजकीय ब्याईज कालेज स्थानातंरित करने की बजाय एक संघी एनजीओ को लगभग 200 करोड़ रूपये की सम्पत्ति वाला कन्या विद्यालय का यह भवन गुपचुप रूप से सौंप दिया था : विद्रोही रेवाडी के राजकीय माध्यमिक ब्याईज स्कूल के चार कमरों में बडी दयनीय स्थिति में घिसट रहे रेवाडी ब्याईज कालेज को हर हालत में नये शिक्षा सत्र 2025 में सैक्टर 4 स्थित राजकीय कन्या विद्यालय के भवन में स्थानातंरण किया जाये : विद्रोही 7 जनवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री से मांग की कि रेवाडी के राजकीय माध्यमिक ब्याईज स्कूल के चार कमरों में बडी दयनीय स्थिति में घिसट रहे रेवाडी ब्याईज कालेज को हर हालत में नये शिक्षा सत्र 2025 में सैक्टर 4 स्थित राजकीय कन्या विद्यालय के भवन में स्थानातंरण किया जाये। विद्रोही ने कहा कि विगत 9 सालों सेेे रेवाडी का ब्याईज कालेज राजकीय माध्यमिक स्कूल के चार कमरों में किसी तरह घिसटता हुआ बिना सुविधाओं व अमानवीय स्थिति में चल रहा है। दुर्भाग्य है कि भाजपा सरकार ने 9 साल के बाद भी न तो इस राजकीय कालेज के लिए जमीन अधिग्रहण की है और न ही इसको किसी अच्छे भवन में स्थानातंरित करने का निर्णय लिया है। सैनिक स्कूल का अपना भवन बनने के बाद सैक्टर 4 राजकीय कन्या विद्यालय का भवन खाली पडा था। यदि भाजपा सरकार की नीयत साफ होती और इस राजकीय कालेज को सूचारू ढंग से चलाने की मंशा होती तो इसे रेवाडी के सैक्टर 4 में स्थानातंरित करके सूचारू रूप से चलाया जा सकता था। विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की नीयत इस कालेज को बंद करने की थी और उसने इसे बंद करने का अघोषित निर्णय भी ले लिया था। लेकिन वोट बैंक की राजनीति व जनदबाव में भाजपा सरकार चाहकर भी ऐसा निर्णय नही कर सकी। सरकार की नीयत में खोट का ही प्रमाण है कि ज्योंहि सैनिक स्कूल प्रबंधन ने रेवाडी के सैक्टर 4 स्थित राजकीय कन्या विद्यालय के भवन को खाली किया, सरकार ने इस भवन में राजकीय ब्याईज कालेज स्थानातंरित करने की बजाय एक संघी एनजीओ को लगभग 200 करोड़ रूपये की सम्पत्ति वाला कन्या विद्यालय का यह भवन गुपचुप रूप से सौंप दिया था। यह तो रेवाडी के नागरिकों के संघर्ष का परिणाम रहा कि भाजपा सरकार का यह षडयंत्र कामयाब नही हुआ और भाजपा सरकार को न चाहते हुए भी इस संघी एनजीओ के चुंगल से सैक्टर 4 का कन्या विद्यालय का भवन छुडाना पडा। विद्रोही ने कहा कि इसी संघी एनजीओ ने कन्या विद्यालय भवन पर कब्जा तो छोड दिया, लेकिन कब्जा छोडने से पहले इसके भवन को खण्डर में बदल दिया और विगत दो सालों से रेवाडी के सैक्टर 4 का राजकीय कन्या विद्यालय का भवन खण्डर के रूप में पडा है। वहीें मरम्मत के अभाव में दिन-प्रतिदिन और भी खण्डर होता जा रहा है। पारदर्शी, ईमानदारी का तकाजा था कि इस सरकारी भवन को संघी एनजीओ का कब्जा करने के षडयंत्र में शामिल सरकारी अधिकारियों, भाजपा नेताओं को कठेर कानूनी कार्रवाई होती तो कब्जा करने वाले संघी एनजीओ से जबरन वसूली करके खण्डर बनाये भवन की मरम्मत करवाई जाती। लेकिन भाजपा सरकार ने ऐसा कुछ नही करके दो सालों से 200 करोड़ की इस सम्पत्ति को गधों का अस्तबल बना रखा है। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे रेवाडी के सैक्टर 4 के कन्या विद्यालय के भवन की तत्काल मरम्मत करवाये और इसी साल जुलाई में शुरू होने वाले शिक्षा सत्र से राजकीय ब्वाईज कालेज की कक्षाएं इस भवन में संचालित करवाना शुरू करे ताकि राजकीय ब्वाईज कालेज रेवाडी के छात्रों को अच्छी व गुणात्मक शिक्षा मिल सके। Post navigation राष्ट्रीय युवा महोत्सव में भागीदारी करने वाले प्रतिभागियों के समूह को मुख्यमंत्री आज चंडीगढ़ से करेंगे रवाना मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गौशालाओं के लिए 216.25 करोड़ रुपये की चारा अनुदान राशि की जारी