आम हरियाणवी जानना चाहते है कि बाप केन्द्र में मंत्री और बेटी हरियाणा सरकार में मंत्री, मां किरण चौधरी राज्यसभा सांसद और बेटी श्रुति चौधरी हरियाणा सरकार में मंत्री, यह वंशवाद या परिवारवाद नही तो क्या है? विद्रोही
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को रेवाडी जिले की पुरानी घोषित परियोजाओं के लिए पर्याप्त बजट राशी देनी ही नही थी तो उनके कथित धन्यवादी दौरे का क्या औचित्य था? विद्रोही

30 दिसम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि विधानसभा चुनावों के बाद कोसली, रेवाडी में कथित धन्यवादी दौरे पर आये मुख्यमंत्रीे नायब सिंह सैनी नेे वर्षो पूर्व घोषित रूटीन के विकास कार्यो के उदघाटन के नाम पर फीते काटे व रूटीन के विकास कार्यो की विकास योजनाओं की घोषणा की, पर अहीरवाल-रेवाडी केे बजट अभाव में अटके पडे व कछुआ गति से चल रही विकास परियोजनाओं के लिए एक पैसा भी नही दिया। विद्रोही ने कहा कि जिस भावना व सिद्धत से अहीरवाल के लोगों ने तीसरी बार भाजपा को एकतरफा जनसमर्थन देकर भाजपा को हरियाणा में सरकार बनाने में योगदान दिया है, उस अहीरवाल को विगत दस सालों से न तो उसका अपेक्षित हक मिला और न ही विकास में समान भागीदारी मिली। अहीरवाल को विकास के नाम पर केवल धोखाधडी मिली है और आश्चर्य है कि विगत दस सालों में अहीरवाल के हित में लम्बी-चौडी बाते करने वालेे केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने इलाके का समुचित विकास करवाने व वाजिब हक पाने की बजाय अपनी बेटी आरती राव को भाजपा सरकार में मंत्री बनवाते ही न केवल अपने सुर बदल लिए अपितु नायब सिंह सैनी के गीत भी गाने शुरू कर दिये।
विद्रोही ने कहा कि राव साहब का रवैया बता रहा है कि उनकी सोच अहीरवाल के विकास व जनसरोकारों की बजाय केवल अपनी बेटी आरती राव को विधायक व सरकार में मंत्रीे बनाने की सीमित थी। राव साहब का राजनीतिक लक्ष्य पूरा हो चुका है और अब वे स्वयं केन्द्र में मंत्री और उनकी बेटी आरती राव हरियाणा भाजपा सरकार में मंत्री है। उन्हे जो पाना था, वह पा लिया है। वहीं हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को वंशवाद के नाम पर कांग्रेस पर प्रहार करते समय जरा भी शर्म नही आई। आम हरियाणवी जानना चाहते है कि बाप केन्द्र में मंत्री और बेटी हरियाणा सरकार में मंत्री, मां किरण चौधरी राज्यसभा सांसद और बेटी श्रुति चौधरी हरियाणा सरकार में मंत्री, यह वंशवाद या परिवारवाद नही तो क्या है? जिस मुख्यमंत्री की केबिनेट परिवारवाद से भरी हो, वे परिवारवाद पर दूसरों पर आरोप लगाये, इससे अधिक शर्मनाक बात और क्या हो सकती है।
विद्रोही ने अहीरवाल से भेदभाव का उदाहरण देते हुए बताया कि 11 साल पूर्व 2013 में बनी इंदिरा गांधी मीरपुर यूनिवर्सिटी को भाजपा राज में केवल 182 करोड रूपये का बजट अलॉट हुआ है जबकि पलवल दूधोला में बनी श्रीविश्वकर्मा यूनिवर्सिटी के लिए एक हजार करोड़ रूपये बजट की घोषणा हुई थी जिसमें 357 करोड रूपये रिलीज हो चुके है।
सवाल उठता है कि इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय का समुचित विकास क्यों नही हो रहा? यहां की घोषित परियोनाओं के लिए पूरा बजट क्यों नही दिया जा रहा? रेवाडी जिले के विभिन्न शिक्षण, स्वास्थ्य के घोषित प्रोजेक्ट पूरे क्यों नही हो रहे? यहां की घोषित विकास परियोजनाओं को पूरा बजट क्यों नही मिल रहा? विगत दस सालों से रेवाडी के पीने के पानी कीे समस्या का समाधान क्यों नही हो रहा? जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को रेवाडी जिले की पुरानी घोषित परियोजाओं के लिए पर्याप्त बजट राशी देनी ही नही थी तो उनके कथित धन्यवादी दौरे का क्या औचित्य था? विद्रोही ने सवाल किया कि अहीरवाल के नेता व भाजपा कब तक अहीरवाल के लोगों को जुमलेबाजी से ठगते रहेंगे?