मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी होंगे राज्यस्तरीय वीर बाल दिवस के मुख्य अतिथि। राज्य स्तरीय वीर बाल दिवस की तैयारियां पूरी। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 25 दिसंबर : मुख्यमंत्री के ओएसडी डा. प्रभलीन सिंह ने कहा कि सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को याद करने के लिए कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर राज्यस्तरीय वीर बाल दिवस 26 दिसंबर को सुबह 10 बजे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित किया जा रहा है। इस राज्य स्तरीय वीर बाल दिवस में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। ओएसडी डा. प्रभलीन सिंह बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में राज्यस्तरीय वीर बाल दिवस की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे। इससे पहले ओएसडी डा. प्रभलीन ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर एडीसी सोनू भट्ट, हरियाणा शहीदी स्मारक अंबाला के निदेशक डा. कुलदीप सैनी, डीवाईसीए के निदेशक डा. विवेक चावला के साथ-साथ अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा छोटे साहिबजादों के जीवन को समर्पित एक स्मारिका का भी विमोचन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिखों के दसवें गुरु श्री गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों की कुर्बानी की याद में वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेशानुसार 26 दिसंबर को छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के साहस को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे देश में वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। प्रधानमंत्री के इस निर्णय के साथ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार राज्य स्तरीय वीर बाल दिवस 26 दिसंबर को सुबह 10 बजे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने राज्य स्तरीय वीर बाल दिवस की तैयारियों को लेकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों और गणमान्य लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि परंपरा अनुसार छोटे साहिबजादों की शहादत को श्रद्धांजलि देने के लिए वीर बाल दिवस का आयोजन किया जाना है। इस कार्यक्रम में सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग की तरफ से एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम के साथ समाज के सभी लोगों को जोड़े ताकि युवा पीढ़ी का वीर बाल दिवस कार्यक्रम से प्रेरणा मिल सके। इस मौके पर विश्वविद्यालय जनसम्पर्क विभाग के निदेशक डा. महा सिंह पूनिया, डीआईपीआरओ डा. नरेन्द्र सिंह, डीवाईसीए की उपनिदेशिका डा. सलोनी, पंजाबी विभाग के प्रोफेसर डा. कुलदीप सिंह आदि उपस्थित थे। Post navigation पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों में समाहित है समानता और शांति का मार्ग : राज्यपाल