मुंबई में आईएचएफएफ ओलंपिया में विश्व में चौथा रैंक प्राप्त किया

इससे पहले एनसीपी चैंपियनशिप में दीक्षित यादव ने जीता सिल्वर मेडल

बॉडी मस्कुलर विश्व चैंपियनशिप में पहले पांच प्रतियोगियों में रहे शामिल

मंगलवार को पैतृक आवास जाटोली पहुंचने पर गर्म जोशी से हुआ स्वागत

फतह सिंह उजाला 

जाटोली 24 दिसंबर । बॉडीबिल्डिंग बॉडी, मस्कुलर या फिर शरीर सौष्ठव जैसी प्रतियोगिताओं में कामयाबी के लिए अपने शरीर को सोने की तरह तपाना और मिट्टी के बर्तन की समान डालना पहली प्राथमिकता होती है। सबसे महत्वपूर्ण है जिस भी प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करनी हो, इस प्रतियोगिता के मुताबिक विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए अपनी डाइट पर विशेष ध्यान देते हुए शरीर को अपने कंट्रोल में रखना पहली प्राथमिकता में शामिल है ।  यह बात एक दिन पहले ही मुंबई में संपन्न आईएचएफएफ ओलंपिया बॉडी मस्कुलर विश्व चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर रहे 28 वर्षीय दीक्षित के यादव ने कही।

6 फुट लंबे दीक्षित के यादव पुत्र  दिनेश यादव वजीराबाद मंगलवार को आईएचएफएफ ओलंपिया प्रतियोगिता की में मैन फिजिक कैटेगरी में विश्वव्यापी ग्रैंड फाइनल मुकाबले में चौथा स्थान प्राप्त कर अपने मेडल ट्रॉफी प्रमाण पत्र और विशेष रूप से प्रदान किए गए ओलंपिया मेडल के साथ पैतृक गांव जटोली पहुंचे । यहां पहुंचने पर पटौदी क्षेत्र और मेजबान गांव के तथा आसपास के गांव से बड़ी संख्या में पहुंचे समाज के प्रबुद्ध ग्रामीण और लोगों के द्वारा युवा होनहार खिलाड़ी का गर्म जोशी के साथ अभिनंदन किया गया । अपने शुभ आशीष और आशीर्वाद देते हुए भविष्य में विश्व पटल पर इसी प्रकार से गांव हरियाणा प्रदेश और भारत देश का नाम रोशन करने का आशीर्वाद देते हुए अपनी-अपनी शुभकामनाएं भी दी। इस मौके पर विशेष रूप से दीक्षित के यादव के दादा श्री बलजीत सिंह थानेदार, पिता दिनेश यादव वजीराबाद, माता सुनीता यादव, बुआ  राजेश , मुनेश नीमा और डॉक्टर विनय सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।

बॉडी मस्कुलर अथवा शरीर सौष्ठव ओलंपिया और एनसीपी में  सिल्वर मेडल विजेता दीक्षित यादव ने विशेष बातचीत में बताया विश्व स्तर पर इस प्रतियोगिता में पहले पांच श्रेष्ठ प्रतिभागियों का ही चयन किया जाता है। वर्ष 2025 में एक बार फिर से मुंबई में ही यह प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी और 2025 में पहला स्थान प्राप्त करना लक्ष्य निर्धारित किया गया है । उन्होंने अपने ट्रेनर राव मोहन यादव को अपनी इस उपलब्धि का श्रेय देते हुए बताया वह स्वयं भी 2017 में इसी प्रकार की प्रतियोगिता में दो मेडल जीत चुके हैं। दीक्षित यादव ने बताया वह स्वयं अभी तक विभिन्न प्रतियोगिताओं में एक गोल्ड मेडल दिल्ली में , एक सिल्वर मेडल और चार बार अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में विभिन्न  मेडल जीत चुके हैं । बॉडी मस्कुलर अथवा शरीर सौष्ठव ओलंपिया चैंपियनशिप में प्रतिभागी अपने वजन और हाइट के हिसाब से शामिल होते हैं। दीक्षित के यादव ने बताया कोरोना महामारी के बाद से बॉडी मस्कुलर अथवा शरीर सौष्ठव की तरफ ध्यान देना आरंभ किया । अल्प समय में ही कड़ी मेहनत और अनुशासन में रहते हुए अभ्यास करते हुए ट्रेनर राव मोहन यादव के मार्गदर्शन में जो लक्ष्य निर्धारित किए गए, उन्हें प्राप्त करना आरंभ कर दिया गया। खेल कोई भी हो या प्रतियोगिता कोई भी हो कामयाबी के लिए अपने शरीर को प्रतियोगिता की शर्तों और नियमों के मुताबिक बनाना अथवा तैयार करना ही होता है। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में विभिन्न देशों के पहुंचने वाले खिलाड़ियों और भारतीय खिलाड़ियों के खान-पान के संदर्भ में उन्होंने कहा भारतीय शुद्ध शाकाहारी भोजन अथवा खान-पान दुनिया के किसी भी सप्लीमेंट से श्रेष्ठ है । मुंबई में आईएचएफएफ ओलंपिया प्रतियोगिता की फिजिक्स कैटेगरी में विश्वव्यापी ग्रैंड फाइनल मुकाबले में रसिया, अफ्रीका, ईरान , इराक जैसे देश के युवाओं से कड़ा मुकाबला किया गया।

मंगलवार को गांव जटोली में अपने घर पहुंचने पर आईएचएफएफ ओलंपिया दीक्षित के यादव ने सबसे पहले अपने पुरस्कार, मेडल, ट्रॉफी इत्यादि अपनी माता श्रीमती सुनीता यादव को अर्पित करते हुए कहा यह सब मां तुम्हारे लिए है। यहां परिवार की महिलाओं में शामिल हुआ बुआ श्रीमती राजेश, श्रीमती मुनेश, नीमा सहित अन्य महिलाओं के द्वारा पारंपरिक तरीके से आरती उतार, तिलक कर, मुंह मीठा करवाया गया। इसके बाद में दादा श्री बलजीत सिंह थानेदार और पिता दिनेश यादव वजीराबाद सहित वहां पहुंचे सभी बुजुर्ग और प्रबुद्ध नागरिकों से आशीर्वाद लिया । इस मौके पर मौजूद सभी लोगों ने दीक्षित के यादव के 2025 में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर गांव हरियाणा प्रदेश और भारत देश का नाम रोशन करने की कामना की।

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