राखीगढ़ी महोत्सव में हजारों लोगों ने किए हरियाणवी संस्कृति के दर्शन।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र : हरियाणा सरकार के विरासत एवं पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित राखीगढ़ी महोत्सव में 20 दिसंबर को विरासत हेरिटेज विलेज कुरुक्षेत्र की ओर से सांस्कृतिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शनी पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। प्रदर्शनी का हजारों लोगों ने अवलोकन किया। यह जानकारी विरासत के समन्वयक मयंक शर्मा ने दी।
उन्होंने बताया कि विरासत सांस्कृतिक प्रदर्शनी का अवलोकन विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, प्रधान सचिव हरियाणा सरकार, विरासत एवं पर्यटन विभाग मैडम कला रामचन्द्रन, एवं पुरातत्व संग्रहालय हरियाणा के निदेशक, विशेष सचिव, हरियाणा सरकार आईएएस डॉ. सुनील खत्री ने किया। इससे पूर्व विरासत की ओर से सभी मेहमानों का लोक पारंपरिक तरीके से हरियाणवी गीत गाकर स्वागत किया गया।

उन्होंने बताया कि विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने विरासत की प्रदर्शनी में गहरी रूचि लेते हुए विशेष रूझान दिखाया। इस मौके पर उन्होंने तीन सौ साल से अधिक पुराने मुगली ताले, प्राचीन ताले, पुराने समय में पानी देने के लिए प्रयोग की जाने वाली पानी की घड़ी, ऊँटों एवं बैलों के जूए, पशुओं के गले में बांधी जाने वाली सौ साल से पुरानी घंटियां, कूंए से गिरे हुए सामान को निकालने के लिए प्रयोग किए जाने वाले कांटे और बिलाई, बिजाई के लिए प्रयोग किए जाने वाले पुराने हल और ओरने, ऊँट पर बैठने के लिए प्रयोग की जाने वाली ऊँट की कूचियां, ऊंचे खेतों में पानी देने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली डायल, डेेढ़ सौ साल पुराना कूपा, भारत के राजा-रजवाड़ों के बाट, ऊँट एवं बैलों की गोड़ी, कूंए से पानी निकालने के लिए प्रयोग किए जाने वाले डोल, खेती के औजारें के रूप में जेल़ी एवं टांगल़ी, अनाज को मापने के लिए प्रयोग किए जाने वाले मापक, ऊँट के न्यौल, लडक़ी की विदाई के समय दी जाने वाली फुलझड़ी आदि सभी का अवलोकन किया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा को विरासत की ओर से एक पीढ़ा भी भेंट किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!