तारीख: 22 दिसंबर, 2024 दिन: रविवारस्थान: माउंट ओलंपस स्कूल, सेक्टर-79, गुरुग्रामसमय: सुबह 8:00 बजे से गुरुग्राम, 20 दिसंबर, 2024 – गुरुग्राम साइबर पुलिस ने माउंट ओलंपस स्कूल, गिव बैक टू गुरुग्राम और साइबर सिक्योरिटी ऑर्गनाइजेशन (CSO) के साथ मिलकर 3 दिसंबर 2024 को एक अनोखी पहल, “साइबर वॉकथॉन – साइबर सुरक्षा के लिए 1930 मीटर” की शुरुआत की। यह आयोजन 1930 साइबर हेल्पलाइन के महत्व को दर्शाता है, जो साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। यह अनूठा आयोजन फिटनेस को साइबर सुरक्षा जागरूकता के साथ जोड़ता है, जिससे राष्ट्रीय साइबरक्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 की अहमियत को दर्शाया गया है। 1930 मीटर की दूरी इस हेल्पलाइन नंबर की अहमियत को रेखांकित करने के लिए विशेष रूप से चुनी गई है। यह आयोजन एक स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देते हुए एक साइबर-सुरक्षित समाज के निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रतिभागी 1930 मीटर की दौड़ या पैदल चलकर डिजिटल दुनिया में सतर्क और सुरक्षित रहने के महत्व को प्रदर्शित करेंगे। मार्ग के दौरान, इंटरैक्टिव चेकपॉइंट्स प्रतिभागियों को साइबर खतरों को पहचानने, व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा करने और नैतिक ऑनलाइन व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए शिक्षित करेंगे। पहल में भागीदारों का योगदान: यह आयोजन प्लेटिनम भागीदार एयरटेल पेमेंट्स बैंक और स्टेटिक के समर्थन से आयोजित किया जा रहा है जिसका उद्देश्य नागरिकों को आज के डिजिटल परिदृश्य में सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए शिक्षित करना और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करना है। भागीदारों की उपस्थिति यह दर्शाती है कि वे डिजिटल वित्तीय सुरक्षा और सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव के लिए तकनीकी समाधानों में नवाचार और योगदान के प्रति प्रतिबद्ध हैं। आइए, 1930 साइबर हेल्पलाइन के बारे में जागरूकता फैलाएं और नागरिकों को साइबर अपराध की रिपोर्ट करने और इसके खिलाफ लड़ाई में सशक्त बनाएं। साइबर वॉकथॉन पहल की मुख्य विशेषताएं: 1930 मीटर की प्रतीकात्मक दूरी: यह साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के महत्व को रेखांकित करता है और ऑनलाइन खतरों से निपटने में इसकी भूमिका को उजागर करता है। फिटनेस और जागरूकता का मेल: यह पहल प्रतिभागियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और साइबर सुरक्षा से जुड़े आवश्यक टिप्स सीखने के लिए प्रोत्साहित करती है। वॉकथॉन के दौरान विभिन्न अनुभव क्षेत्रों की स्थापना की जाएगी, जहां प्रतिभागी चलते हुए साइबर सुरक्षा की जानकारी प्राप्त करेंगे। सामूहिक प्रयास: गुरुग्राम साइबर पुलिस, एसीपी प्रियांशु दीवान के निर्देशन में माउंट ओलंपस स्कूल, गिव बैक टू गुरुग्राम और CSO मिलकर छात्रों, माता-पिता और नागरिकों को इस नेक कार्य में भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे। इंटरएक्टिव गतिविधियां: प्रतिभागी साइबर सुरक्षा क्विज़, फिटनेस चुनौतियों और जागरूकता अभियानों में भाग लेंगे, जिससे सीखने की प्रक्रिया रोचक और व्यावहारिक बनेगी। विशेषज्ञ सत्र: प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ रक्षित टंडन इस पहल का हिस्सा बनेंगे और साइबर सुरक्षा पर एक जानकारीपूर्ण सत्र आयोजित करेंगे। वे डिजिटल युग में बढ़ती चुनौतियों और उनसे निपटने के प्रभावी तरीकों पर प्रकाश डालेंगे। भागीदारों का योगदान: माउंट ओलंपस स्कूल: छात्रों और अभिभावकों को इस पहल में सक्रिय रूप से शामिल करते हुए युवाओं में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया। गिव बैक टू गुरुग्राम: समुदायों को इस आंदोलन में शामिल होने और ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया। CSO: साइबर सुरक्षा शिक्षा में विशेषज्ञता प्रदान की, जिससे प्रतिभागियों को व्यावहारिक और उपयोगी जानकारी मिली। पंजीकरण लिंक:https://forms.gle/4cDUd78VNQ5rmmFD8 आइए, 1930 साइबर हेल्पलाइन के महत्व को समझाएं और साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में सभी को सशक्त बनाएं। Post navigation इनेलो सुप्रीमो चौ ओम प्रकाश चौटाला ने गुरूग्राम निवास पर ली अंतिम सांस गुरुग्राम नगर निगम में एससी वार्ड संख्या 6 से घटकर तीन ………… मंजूर नहीं