एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने डीएसपी रजत गुलिया को दिए ब्यानों में कहा कि मामला संवैधानिक पद पर बैठे कैबिनेट मंत्री की हत्या की साजिश रचने का है इसलिए तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए

अंबाला। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने हरियाणा के डीजीपी सहित उच्च अधिकारियों को शिकायत दी थी कि जिन अधिकारियों ने विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व गृह मंत्री अनिल विज की हत्या की साजिश रची उन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वीरेश शांडिल्य की शिकायत पर जांच अंबाला छावनी के डीएसपी रजत गुलिया कर रहे हैं और उन्होंने वीरेश शांडिल्य के ब्यान दर्ज किए। वीरेश शांडिल्य ने अपने दिए ब्यानों में पुलिस को कहा कि यह आरोप बहुत गंभीर है। प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री का यह कहना कि उनकी विधानसभा चुनावों में अंबाला प्रशासन द्वारा हत्या की साजिश रचवाई गई। इस पर पुलिस को ही तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी लेकिन जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो उनके एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया को इस मामले में आगे आना पड़ा।

वीरेश शांडिल्य ने डीएसपी अंबाला छावनी को दिए ब्यानों में स्पष्ट कहा कि अनिल विज ने तीसरी बार संविधान की शपथ लेने के बाद कैबिनेट मंत्री के रूप में फिर यह बात दोहराई कि उनकी 2024 विधानसभा चुनावों के दौरान अंबाला प्रशासन ने हत्या करने की साजिश रची लेकिन अंबाला पुलिस प्रशासन ने या उच्च अधिकारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। वीरेश शांडिल्य ने डीएसपी रजत गुलिया को दिए ब्यानों में कहा कि उनकी शिकायत पर दोषी प्रशासनिक अधिकारियों को बेनकाब करने के लिए पहले एफआईआर दर्ज की जाए।

वीरेश शांडिल्य ने अपने ब्यानों में कहा कि वह पाक आतंकवाद, खालिस्तानी मुहिम सहित बब्बर खालसा जैसे आतंकवादियों सहित देशद्रोही ताकतों से हाईकोर्ट से लेकर सड़कों तक लड़ रहे हैं। शांडिल्य ने पुलिस को दिए अपने ब्यानों में कहा कि जब प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री ही सुरक्षित नहीं तो आम आदमी की सुरक्षा का दावा कैसे किया जा सकता है। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जिस तरह के गंभीर आरोप पूर्व गृह मंत्री व लगातार तीसरी बार कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने लगाए इससे निश्चित तौर पर आम लोगों की नजरों में संविधान व कानून कमजोर हुआ। वीरेश शांडिल्य ने अपने ब्यानों में डीएसपी रजत गुलिया के समक्ष कहा कि हरियाणा बनने के बाद अनिल विज पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो लगातार तीसरी बार कैबिनेट मंत्री हैं और 17 अक्तूबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नायब सैनी के बाद दूसरे नंबर की शपथ अनिल विज ने ली थी ऐसे में नायब सैनी सरकार को ही स्वत: संज्ञान लेते हुए अनिल विज के ब्यानों पर अंबाला प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी जिन्होंने विधानसभा चुनावों में अनिल विज की हत्या की साजिश का प्रयास किया।

जब सरकार ने कोई पहल नहीं की तो हरियाणा के करोड़ों लोगों को इंसाफ देने वाले अनिल विज की लड़ाई लड़ने का फैसला एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने लिया और उन्होंने राष्ट्रपति, चुनाव आयोग, देश के गृह मंत्री, हरियाणा के राज्यपाल, प्रदेश के डीजीपी को लिखित शिकायत दी जिस पर उन्होंने अंबाला छावनी के डीएसपी रजत गुलिया के समक्ष पेश होकर अपने ब्यान दर्ज करवाए और डीएसपी रजत गुलिया ने इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि जो भी आरोपी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

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