आरोपी ऑनलाईन बेटिंग के नाम पर ठगी करने के मामले में ठगों को बैंक खाता उपलब्ध कराने में था संलिप्त।
बैंक कर्मचारी द्वारा खाताधारक को बिना बताए किया खाता में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर तथा ईमेल id में बदलाव
अब तक गुरुग्राम पुलिस द्वारा अलग-अलग साईबर ठगी के मामलों में कुल 23 बैंक कर्मचारियों को किया जा चुका है गिरफ्तार।
गुरुग्राम : 13 दिसंबर 2024 – दिनांक 11.12.2024 को एक व्यक्ति ने थाना साईबर पूर्व गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि इसने डीबीएस बैंक डीएलएफ फेज-2 गुरुग्राम में एक खाता खुलवाया हुआ था जिसको इसने बंद करवाने के लिए इसने बैंक रिलेशन मैनेजर टीपू सुल्तान को कहा जिस पर टीपू सुल्तान ने इसको कहा कि बैंक खाता ब्रांच में आकर बंद करवाना पड़ेगा। उसके बाद दिनांक 06.12.2024 को इसके मोबाईल नंबर पर बैंक खाता में ₹15000 क्रेडिट होने का मैसेज प्राप्त हुआ। इसने इस बारे में बैंक कर्मचारी टीपू सुल्तान को बताया तो उसने कहा कि यह रुपए बैंक की तरफ से आए हैं तथा इसका खाता बंद हो जाएगा। इसके बाद दिनांक 09.12.2024 को इसके बैंक खाता में लगभग 01 करोड़ 96 लाख रुपए क्रेडिट होने का मैसेज आया। इसके बाद इसको शक हुआ तो इसने बैंक जाकर पता किया तो इसको ज्ञात हुआ कि इसके बैंक रिलेशन मैनेजर टीपू सुल्तान ने बिना इसकी जानकारी के बैंक खाता से इसका मोबाईल नंबर व ईमेल आईडी बदलकर अन्य मोबाईल नंबर व ईमेल आईडी रजिस्टर कर दी है। प्राप्त शिकायत पर थाना साईबर पूर्व, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।
श्री प्रियांशु दीवान HPS सहायक पुलिस आयुक्त साईबर, गुरुग्राम के नेतृत्व में प्रबंधक थाना साइबर पूर्व, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त अभियोग में दिनांक 12.12.2024 को आरोपी बैंक कर्मचारी टीपू सुल्तान निवासी गांव सफीपुर पट्टी जिला मुजफ्फरनगर (उत्तर-प्रदेश) हाल निवासी इंदिरा कॉलोनी-2, गुरुग्राम को गुरुग्राम से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी जून-2023 से डीबीएस बैंक साईबर सिटी डीएलएफ फेज-2, गुरुग्राम ब्रांच में पर्सनल बैंकर के पद पर नौकरी कर रहा है। इस दौरान बैंक खाता खोलने के लिए इसकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई। जिसने इसको एक करंट बैंक खाता खुलवाने के लिए कहा लेकिन कोई साईट (स्थान) ना होने के कारण करंट खाता खोलने से आरोपी ने मना कर दिया। इसके बाद उस व्यक्ति ने बताया कि उनका ऑनलाईन बेटिंग का काम हैं जिसके लिए इनको एक करंट बैंक खाता की जरूरत है। उस व्यक्ति ने आरोपी को एक करंट बैंक खाता उपलब्ध कराने को कहा। इसके बदले आरोपी को 05 लाख रुपए का लालच दिया। लालच में आकर आरोपी ने उपरोक्त अभियोग में शिकायतकर्ता का बैंक खाता के मोबाईल नंबर तथा ईमेल आईडी धोखाधड़ी से बदल दी तथा वही बैंक खाता आरोपी ने अपने उस अन्य साथी व्यक्ति को दे दिया।
पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से वारदात में प्रयोग किया गया 01 मोबाईल फोन व 02 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।
पुलिस टीम द्वारा अभियोग में नियमानुसार आगामी कार्यवाही की जा रही है। अभियोग अनुसंधानाधीन है।