संत समाज ने जनकल्याण के लिए यज्ञ में डाली आहुतियां। देश – विदेश से संत समाज एवं श्रद्धालु ले रहे गीता महायज्ञ में भाग। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र 5 दिसंबर : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर गीता जयंती महोत्सव के अवसर पर आज षडदर्शन साधुसमाज द्वारा गीता महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। षडदर्शन साधुसमाज के मुख्यालय श्रीअवधूत आश्रम पिहोवा मार्ग नरकातारी कुरुक्षेत्र पर संत समाज द्वारा गीता महोत्सव पर विश्व कल्याण सुख शांति के लिए गीता महायज्ञ में आहुतियां डाली गई। जिसमें षडदर्शन साधुसमाज के संरक्षक महंत बंशी पुरी जी महाराज,अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर महाराज, उपाध्यक्ष महंत गुरुभगत सिंह, कोषाध्यक्ष महंत महेश मुनि, महासचिव महंत ईश्वर दास, संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, डा. गार्गी ब्रह्मवादिनी, महंत सर्वेश्वरी गिरि,महंत लाल गिरि, महंत जनार्दन दास,स्वामी हरिओम पारिवाजक्र, स्वामी राजेंद्र दास, प्रो. बाबा चेतन मुनि, संगठन महामंत्री महंत सुनील दास, कार्यालय सचिव महंत राम अवतार दास, महंत वासुदेवानंद गिरि, कोतवाल महंत विशाल दास, महंत स्नेह दास इत्यादि संत महात्माओं ने यज्ञ में आहुतियां डाली। अवधूत आश्रम के संचालक परमहंस ज्ञानेश्वर महाराज ने कहा कि कुरुक्षेत्र में गीता जन्मस्थली में गीता महायज्ञ का अपना विशेष महत्व है। यज्ञ से निकली ऊर्जा मानव कल्याण के लिए आलौकिक शक्ति प्रदान करती है और रोगों का निवारण करने में अहम योगदान प्रदान करती है। गीता महायज्ञ आज 5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक श्री अवधूत आश्रम में गोहाना से आए यज्ञाचार्य सोम दत्त, आचार्य मनीष मिश्रा के साथ विद्वान ब्राह्मणों द्वारा किया जा रहा है। जिसमें देश विदेश से संत समाज के इलावा श्रद्धालु गणमान्यजन भी गीता महायज्ञ में भाग ले रहे है। गीता महायज्ञ साप्ताहिक में प्रतिदिन प्रातः 9 बजे गीता पूजन के साथ प्रथम अध्याय से 18 वें अध्याय तक के 700 श्लोकों से संत समाज एवं श्रद्धालुओं द्वारा दिन में तीन बार आहुतियां डाली जा रही है। Post navigation 18 मंजिला ज्ञान मंदिर में कवि सम्मेलन आज, जाने माने कवि बांधेंगे समां विकासात्मक उपलब्धियों में देश के अग्रणी राज्यों में है हरियाणा की अलग पहचान : नायब सिंह सैनी