गुरुग्राम, 14 नवंबर।  गौ संरक्षण के कार्य से जुड़े गौवंश एवं संस्कृति रक्षा मंच ने गौ पालन करने वाली 150 महिलाओं को गौवंश गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघ चालक प्रताप सिंह, गौ सेवा आयोग के वाइस चेयरमैन पूरन यादव लोहचब और कार्यक्रम में पहुंचे गणमान्य समाज सेवकों द्वारा दिया गया। सम्मान स्वरूप गौ पालक महिलाओं को एक शाल और एक चांदी का सिक्का भी दिया गया। सिक्के पर गौवंश की तस्वीर विशेष रूप से बनवाई गई थी।

मुख्य अतिथि प्रताप सिंह ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि गाय हमारी संस्कृति की रक्षक है और समाज में गौवंश को लेकर जागृति आ रही है। यही कारण है कि हमारे लोगों में अब गौपालन और गौसेवा की भावनाएं बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमें गौपालन की परंपरा को हर घर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, क्योंकि गौशालाएं गौपालन की अस्थाई व्यवस्था है। इसलिए अब हमें अपने घरों में अधिक से अधिक गौपालन करनी चाहिए। पूरी दुनिया गौवंश की ताकत जान चुकी है। हमें अब और ज्यादा समर्पण और सेवा भाव से गौपालन करनी चाहिए ताकि समाज में स्वास्थ्य और संस्कारों को लेकर लोग अधिक जागरूक हो सके।

पूरन यादव ने कहा कि गायों के लिए प्रदेश के अनेक शहरों में “एक रोटी एक रुपया” अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम भविष्य में पुरुष गौपालकों को भी सम्मानित करने के लिए भी ऐसा ही कार्यक्रम करेंगे।

हरियाणा गौ सेवा आयोग के वाइस चेयरमैन पूरन यादव लोहचब ने बताया कि दक्षिण हरियाणा और आसपास लगते लगभग 10 जिलों में गौपालन करने वाली महिलाओं को निमंत्रण देकर बुलाया गया और उन्हें सम्मानित किया गया। इससे प्रदेश भर में गौपालन को लेकर लोग जागरूक होंगे।

उन्होंने बताया कि इस सम्मान समारोह का उद्देश्य गौपालन को बढ़ावा देना और गौ संरक्षण में लगी माताओं -बहनों का उत्साहवर्धन करना था। पूरन यादव लोहचब ने बताया कि इस सम्मान समारोह में प्रदेश में समाज सेवा के कार्य में लगे प्रबुद्धजनों के हाथों से गौ पालकों को सम्मानित कराया गया।

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