हरियाणा कांग्रेस नेताओं ने पहले अपने-अपने समर्थक कार्यकर्ताओं में से 100-150 प्रवक्ता नियुक्त करवाये जिनकी कोई जरूरत नही थी। वहीं किसी भी दल के 100-150 प्रवक्ता होना भी अपने आप में एक मजाक है : विद्रोही हरियाणा कांग्रेस के लिए इस समय सबसेे जरूरी अनुशासन मेें रहने व एकजुटता से काम करने की है : विद्रोही 13 नवम्बर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा कांग्रेस नेतृत्व को बिनो मागे सलाह दी कि उन्होंने प्रदेश में 100-150 प्रवक्ता बनाकर जो रायता फैला रखा है, उसे समेटने के लिए जरूरी है कि कांग्रेस सभी नियुक्तियों को रद्द करके नया संगठन बनने तक केवल दो व्यक्तियों को हीे पार्टी की ओर से अधिकृत बयान जारी करने के लिए प्रवक्ता नियुक्त करे व अन्य लोगों को टीवी चैनल में पार्टी का पक्ष रखने अस्थाई मीडिया पेनिलिस्ट बनाये। विद्रोही ने कहा कि ऐसा करने से पार्टी में मनमाने बयान देने पर भी रोक लगेगी और अनावश्यक विवाद भी रूकेगा। हरियाणा कांग्रेस नेताओं ने पहले अपने-अपने समर्थक कार्यकर्ताओं में से 100-150 प्रवक्ता नियुक्त करवाये जिनकी कोई जरूरत नही थी। वहीं किसी भी दल के 100-150 प्रवक्ता होना भी अपने आप में एक मजाक है। जिन नेताओं को पिछले 20 सालों में कभी न कभी प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी दी थी, वे कार्यकर्ता भी प्रवक्ता न होते हुए भी धडल्ले से प्रवक्ता बनकर बयान जारी करते रहते है। विद्रोही ने कहा कि एक राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता के नाते उन्हे आश्चर्य होता है कि कोई भी दल इतने प्रवक्ताओं की नियुक्तियां करने की गलती कैसे कर सकता है? हरियाणा जैसे छोटे से प्रदेश में किसी भी दल के लिए 3 से 5 ही प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त करने की गुंजाईश है। टीवी डिबेटस में पार्टी का पक्ष रखने मीडिया पेनिलिस्ट बनाये जा सकते है। यदि हरियाणा कांग्रेस सावधानी रखती तो प्रवक्ता बनकर कोई भीे पार्टी को शर्मसार नही कर पाता। अब समय आ गया है कि हरियाणा मेें कांग्रेस पूर्व गलतियों से सबक सीखे और अनुशासन कायम रखने के लिए आवश्यक है कि हरियाणा कांग्रेस नेतृत्व पहले खुद अनुशासित आचरण अपने राजनीतिक जीवन व पार्टी संचालन में करे तभी कैडर में अनुशासन पैदा हो सकता है। हरियाणा कांग्रेस के लिए इस समय सबसेे जरूरी अनुशासन मेें रहने व एकजुटता से काम करने की है। Post navigation सरपंचनी की फीलिंग और विधायक ……. मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर होती हैै फसलों की सारी जानकारी फिर खाद का प्रबंध क्यों नहीं करती सरकार: कुमारी सैलजा