-कमलेश भारतीय अभी हम खुश हो रहे थे कि हम विश्व विजेता हैं क्रिकेट में और रोहित शर्मा जैसा हिटमैन है हमारे पास ! हालांकि विश्व विजेता बनते ही रोहित शर्मा व विराट कोहली ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी लेकिन बाद में दोनों पलट कर क्रिकेट के मैदान में दिखे ! अब सोचते होंगे रोहित शर्मा कि संन्यास लिये रहते तो इस शर्मनाक सीरीज में तो न खेलते, जिसमें तीन के मुकाबले शून्य से ही शर्मिंदा होना पड़ा देश के सामने, क्रिकेट प्रेमियों के सामने ! विश्व विजेता बनने पर जो क्रिकेट के हीरो थे, न्यूजीलैंड से सीरीज हार कर ज़ीरो हो चुके हैं ! यह करिश्मा चौबीस साल बाद हुआ जब अपनी ही पिचों और अपने ही दर्शकों के बीच इस हार का सामना करना पड़ा । क्रिकेट आज हमारे क्रिकेट प्रेमियों के लिए जीने मरने का प्रश्न बन चुका है । होगी हाॅकी हमारा राष्ट्रीय खेल लेकिन जुनून क्रिकेट को लेकर ज्यादा है । गली गली आज भी क्रिकेट खेलते बच्चे दिख जायेंगे लेकिन भूले से भी कोई हाॅकी खेलता बच्चा नहीं दिखेगा और उसी क्रिकेट में यह हाल ! न बाबा न ! तौबा ! तौबा ! अभी तो आईपीएल का बुखार आने को है और उससे पहले यह हार, कौन कम्बख्त इसे पचा पायेगा ? रोहित शर्मा मान रहे हैं कि बहुत गलतियां हुईं हैं हमसे ! दो मैचों में तो फिसड्डी रहे और तीसरे मैच की पहली पारी के आधार पर लीड भी ले ली लेकिन आसान सा 147 रन का लक्ष्य पाने से भी चूक गये । विश्व विजेता टीम 121 रनों पर ही ढेर हो गयी और 24 साल बाद नया रिकॉर्ड बना दिया सीरीज हारने का ! पहले और तीसरे मैच में ऋषभ पंत ने अच्छी बैटिंग की लेकिन यह अकेले के बस का नहीं, टीम वर्क चाहिए, जो नहीं था । बिखरी बिखरी सी रही भारतीय क्रिकेट टीम और दूसरे स्थान पर विश्व रैंकिंग में लुढ़क गयी ! यह भी बहुत शोचनीय है कि गौतम गंभीर के मुख्य कोच बनने के बाद लगातार दूसरी सीरीज गंवा दी भारतीय टीम ने ! क्या गौतम गंभीर केवल आईपीएल में ही करिश्माई कोच हैं, भारतीय क्रिकेट टीम के नहीं ? कप्तान रोहित शर्मा कह रहे हैं कि इस हार को आसानी से पचाना मुश्किल है, हम अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दे पाये, यह दुख है । क्रिकेट के भगवान् सचिन तेंदुलकर कह रहे हैं कि आत्मनिरीक्षण की जरुरत है क्रिकेट टीम को ! क्रिकेट के सुल्तान वीरेंद्र सहवाग कह रहे हैं कि क्रिकेट में प्रयोग किया गया, जो सफल नहीं रहा । टेस्ट क्रिकेट में प्रयोग से हार हुई और बड़ी बात कि हम स्पिन गेंदबाजी के आगे ढेर हो गये जिसके हम विशेषज्ञ माने जाते हैं ! खैर, अब क्या हो सकता है? जब चुग गयी न्यूजीलैंड की चिड़िया हमारा क्रिकेट का खेल ! -पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी। 9416047075 Post navigation सेक्टर सोलह सत्रह झुग्गियों की राख में, नया जीवन तलाशते लोग