मंत्रीयों व विधायकों के बयानों अनुसार अफसरशाही बेलगाम व भ्रष्ट है, सवाल उठता है कि इसकी जवाबदेही मनोहरलाल खट्टर व भाजपा की नही तो क्या ऐलियंस की है? विद्रोही भाजपा के नये मंत्री व विधायक मीडिया बयान बहादुर बनकर ऑन कैमरा वहीं आरोप लगा रहे है, जो कांग्रेस विगत दस सालों से लगाती आ रही है : विद्रोही भाजपा के विधायक किस हैसियत से अधिकारियों की बैठक बुलाकर उन पर लाले-पीली आंखे करके मीडिया के सामने ऑन कैमरा धमकियां व चेतावनी दे रहे है? क्या विधायकों को ऐसी बैठक बुलाने का अधिकार है? विद्रोही 24 अक्टूबर 2024 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार व प्रदेश में कुव्यवस्था होने के आरोप लगाने वाले हरियाणा भाजपा सरकार के नवनियुक्त मंत्रीयों व विधायकों से सार्वजनिक सवाल किया कि वे बताये कि प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार, कुव्यवस्था, नागरिक सुविधाएं न मिलने और विकास न होने के लिए कौन जिम्मेदार है? विद्रोही ने कहा कि विगत दस सालों से हरियाणा में भाजपा की लगातार तीसरी सरकार चल रही है, फिर भाजपा सरकार के मंत्री, विधायक भ्रष्टाचार व कुव्यवस्था का आरोप किस पर लगा रहे है? प्रदेशभर से भाजपा सरकार के मंत्रीयों, विधायकों के बयानों से साफ है कि विगत दस सालों से हरियाणा में भाजपा सरकार भारी भ्रष्टाचार में लिप्त रही है और उसने न तो प्रदेश का विकास किया और न ही लोगों के लिए नागरिक सुविधाओं का मजबूत ढांचा खडा किया। मंत्रीयों व विधायकों के बयानों अनुसार अफसरशाही बेलगाम व भ्रष्ट है। सवाल उठता है कि इसकी जवाबदेही मनोहरलाल खट्टर व भाजपा की नही तो क्या ऐलियंस की है? विद्रोही ने कहा कि उनकी जानकारी अनुसार हरियाणा में भाजपा की सरकार चल रही है न कि ऐलियंस की सरकार है। मुख्यमंत्री बदलने या नये मंत्री व विधायक निर्वाचित होने से क्या भाजपा की भ्रष्टाचार, कुव्यवस्था व विकास न होने की जवाबदेही खत्म हो जाती है? भाजपा के नये मंत्री व विधायक मीडिया बयान बहादुर बनकर ऑन कैमरा वहीं आरोप लगा रहे है, जो कांग्रेस विगत दस सालों से लगाती आ रही है। नायब सिंह सैनी मंत्रीमंडल के मंत्री व भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक ही अपने बयानों से प्रमाणिम कर रहे है कि भ्रष्टाचार, कुव्यवस्था, विकास न होने व नागरिक सुविधाओं के आधारभूत ढांचा के बिखरने पर कांग्रेस के सभी आरोप सही है। वहीं विद्रोही ने मुख्यमंत्री से पूछा कि भाजपा के विधायक किस हैसियत से अधिकारियों की बैठक बुलाकर उन पर लाले-पीली आंखे करके मीडिया के सामने ऑन कैमरा धमकियां व चेतावनी दे रहे है? क्या विधायकों को ऐसी बैठक बुलाने का अधिकार है? यदि है तो यह अधिकार केवल सत्तारूढ़ विधायकों को ही है और विपक्ष के विधायकों को क्यों नही है? संविधान अनुसार सभी निर्वाचित विधायकों के अधिकार समान है, फिर भाजपा के विधायकों को संविधान से इतर अधिकार किसने दिये? मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए। विद्रोही ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा कि उनके मंत्री व पार्टी के विधायक अधिकारियों की बैठक करके उन्हे सार्वजनिक रूप से भ्रष्ट, अयोग्य, रिश्वतखोर बता रहे है, तो क्या भाजपा मानती है कि मनोहरलाल खटटर का विगत साढ़ेे 9 साल का राज भ्रष्टाचार, कुव्यवस्था, अराजकता का राज था? या भाजपा के मंत्री, विधायक अधिकारियों पर रौब डालकर उन्हे निकम्मा बताकर खुद के लिए रिश्वत व मंथली का जुगाड़ कर रहे है? Post navigation हरियाणावासियों के लिए खुशी का दिन …….. त्योहारी सीजन में भोजन की थाली से गायब हो रही हरी सब्जी