चार बार बने विधायक, हर बार मंत्रीमंडल में मिला स्थान गुरुग्राम। गुरुवार को नायाब सिंह सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए राव नरबीर सिंह के साथ एक अलग ही संयोग बना हुआ है। काबिले गौर है कि राव नरबीर सिंह अभी तक चार बार विधायक चुने गए हैं और संयोग से हर उन्हें मंत्रीपद हासिल हुआ है। पूर्व उप प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल की सरकार से लेकर वर्तमान में नायब सिंह सैनी सरकार में मिला मंत्री का पद उनकी कार्यकुशला का ताजा उदाहरण है। राजनीति की तीसरी पीढ़ी की कमान संभाल रहे कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह को किस्मत का धनी कहे या फिर राजनीति का मंझा हुआ खिलाड़ी। क्योंकि राव नरबीर सिंह अभी तक चार बार विधायक बने हैं और संयोग से हर बार उन्हें मंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर मिला। अगर बात की जाए राजनीति के पदार्पण की तो राव नरबीर सिंह सर्वप्रथम 1987 में देवीलाल सरकार में जाटूसाना विधानसभा (वर्तमान में कोसली) से विधायक बने थे। उस समय राव नरबीर सिंह देवीलाल सरकार में पहली बार मंत्री बने थे। इसके उपरांत 1996 में सोहना विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने के बाद बंसीलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री की जिम्मेवारी सौंपी गई। राव नरबीर सिंह ने इस बार भी किसी को निराश नहीं किया तथा अपनी कार्यकुशलता व वाकपटुता का जमकर लोहा मनवाया। राजनीति के लंबे वनवास के उपरांत 2014 में राव नरबीर सिंह ने बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडक़र जीत हासिल की। इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल की सरकार में राव नरबीर सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाते हुए लोकनिर्माण जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपा गया। राव नरबीर सिंह तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहरलाल के इतने विश्वासपात्र बन गए कि उनके द्वारा जो भी विकास कार्यों की फाईल भेजी जाती, उसे मंजूरी प्रदान करने में तनिक भी देरी नहीं लगाई जाती। गत दिनों संपन्न हुए 2024 के विधानसभा चुनाव में राव नरबीर सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ा तथा अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को करीब 60 हजार मतों से बड़ी शिकश्त देकर एक बार पुन: अपनी काबलियत साबित की और शीर्ष नेताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा। गुरुवार को चंडीगढ़ में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राव नरबीर सिंह को एक बार फिर नायाब सिंह सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्रीमंडल में शामिल किया गया है। Post navigation सत्ता की शतरंज………. अब “राव इंद्रजीत सिंह” बने अपनी बेटी “आरती के सारथी” सफल महिला उद्यमियों की कहानी पेश कर रहा है सरस मेला